ईरान-इज़रायल युद्ध ने बढ़ाई वैश्विक बेचैनी, पुतिन-शी जिनपिंग की आपात बातचीत

  • Post By Admin on Jun 19 2025
ईरान-इज़रायल युद्ध ने बढ़ाई वैश्विक बेचैनी, पुतिन-शी जिनपिंग की आपात बातचीत

क्रेमलिन : ईरान और इज़रायल के बीच छिड़ी जंग अब सातवें दिन और भी घातक मोड़ पर पहुंच गई है। दोनों देशों के बीच हो रहे तीव्र सैन्य हमलों ने न केवल मध्य पूर्व को संकट में डाल दिया है, बल्कि वैश्विक शक्तियों को भी मजबूर कर दिया है कि वे तत्काल राजनीतिक और कूटनीतिक पहल करें। इसी क्रम में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच गुरुवार को टेलीफोन पर एक महत्वपूर्ण बातचीत हुई।

रूस-चीन की एकजुटता: इज़रायल पर तीखा विरोध

क्रेमलिन की ओर से जारी बयान के अनुसार, पुतिन और शी जिनपिंग ने इज़रायल की हालिया सैन्य कार्रवाई की तीखी आलोचना की है। दोनों नेताओं ने इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन करार देते हुए चेताया कि मध्य पूर्व में बल प्रयोग से स्थायित्व नहीं आ सकता।

रूसी राष्ट्रपति सहायक यूरी उशाकोव ने बताया कि “बीजिंग और मॉस्को इस बात पर सहमत हैं कि इस तरह की सैन्य कार्रवाई शांति नहीं ला सकती।"

अराक रिएक्टर पर हमला, ईरान का दावा — रेडिएशन का खतरा नहीं

इज़रायल ने गुरुवार सुबह ईरान के अराक हेवी वॉटर रिएक्टर को निशाना बनाकर हमला किया। यह रिएक्टर ईरान के परमाणु कार्यक्रम की रीढ़ माना जाता है। ईरान ने पुष्टि की कि संयंत्र को हमले से पहले खाली करा लिया गया था और रेडिएशन का कोई खतरा नहीं है। हालांकि रिएक्टर को हुए नुकसान को लेकर चिंता बरकरार है।

ईरानी पलटवार: 4 इज़रायली शहरों में तबाही, स्टॉक एक्सचेंज पर भी दावा

इस हमले के जवाब में ईरान ने तेल अवीव, बीर्शेबा, होलोन और रमत गान पर मिसाइलों की बारिश कर दी। बीर्शेबा में एक मिसाइल सोरोका अस्पताल पर गिरी, जबकि तेल अवीव में ऊंची इमारतों को बड़ा नुकसान पहुंचा। ईरान के सरकारी मीडिया ने दावा किया है कि उसकी मिसाइलों ने “इज़रायली स्टॉक एक्सचेंज को भी नष्ट कर दिया है।”

तेल अवीव के विभिन्न इलाकों में 7 ईरानी मिसाइलें गिरीं, जिससे शहर में दहशत का माहौल है। अस्पतालों और आपात सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है।

G7 और ज़ेलेंस्की की यात्रा पर भी पुतिन का तंज

पुतिन और जिनपिंग की बातचीत के दौरान हाल ही में संपन्न हुए G7 सम्मेलन पर भी चर्चा हुई। पुतिन के अनुसार, सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं के बीच गहरे अंतर्विरोध देखने को मिले। उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की भागीदारी को “सबसे असफल विदेश यात्रा” बताया।

2 सितंबर को चीन में होगी रूस-चीन शिखर बैठक

दोनों नेताओं ने 2 सितंबर को चीन में प्रस्तावित द्विपक्षीय शिखर बैठक की तारीख भी तय कर ली है, जिसमें वैश्विक हालात, पश्चिम एशिया की स्थिति और सैन्य-रणनीतिक संबंधों पर विस्तार से चर्चा होगी।

ईरान और इज़रायल के बीच जारी सैन्य संघर्ष ने अंतरराष्ट्रीय संतुलन को गंभीर खतरे में डाल दिया है। रूस और चीन जैसे शक्तिशाली देश जहां इज़रायल की कार्रवाई की खुलकर आलोचना कर रहे हैं, वहीं अमेरिका की भूमिका और प्रतिक्रिया को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। ऐसे में यह संघर्ष सिर्फ एक क्षेत्रीय युद्ध नहीं, बल्कि वैश्विक शक्ति संतुलन की परीक्षा भी बन चुका है। अब पूरी दुनिया की निगाहें इस बात पर हैं कि क्या यह जंग रोकी जा सकेगी या फिर यह दुनिया को एक और बड़े युद्ध की ओर धकेल देगी।