भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ेगा व्यापार, आपसी रिश्तों की मजबूती पर जोर

  • Post By Admin on Feb 13 2023
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ेगा व्यापार, आपसी रिश्तों की मजबूती पर जोर
  • ऑस्ट्रेलिया-इंडिया बिजनेस काउंसिल के साथ भारतीय विदेश राज्य मंत्री की बैठक
  • 15 से 17 फरवरी को फिजी में विश्व हिन्दी सम्मेलन में भाग लेंगे भारतीय विदेश मंत्री
     

सिडनी: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे। भारत के विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ऑस्ट्रेलिया-इंडिया बिजनेस काउंसिल के साथ सिडनी में हुई बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने की बात कही। आगामी 15 से 17 फरवरी तक फिजी में प्रस्तावित विश्व हिन्दी सम्मेलन में भाग लेने जा रहे भारतीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन सिडनी में रुके। यहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया-इंडिया बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष जोड़ी मैकके सहित काउंसिल के सदस्यों से मुलाकात की। उनके साथ बैठक में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापार बढ़ाने पर जोर दिया गया। साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत करने का संकल्प लिया। इसके लिए संभावित तरीकों पर भी चर्चा हुई। तय हुआ कि दोनों देश एक-दूसरे की विशेषज्ञता का लाभ उठाकर आपसी व्यापार बढ़ाएंगे और रिश्तों की मजबूती के लिए सतत प्रयास करेंगे।

मुरलीधरन ऑस्ट्रेलिया से फिजी जाएंगे, जहां वे विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ विश्व हिन्दी सम्मेलन के 12वें संस्करण में भाग लेंगे। विदेश मंत्री एस जयशंकर और फिजी के प्रधानमंत्री सित्विनी राबुका बुधवार को फिजी के नान्दी में विश्व हिन्दी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। फिजी में पिछले साल दिसंबर में एक नयी गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद से यह किसी भारतीय नेता की पहली फिजी यात्रा होगी।

सम्मेलन का मुख्य विषय ‘हिन्दी: पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक’ है। सम्मेलन में एक पूर्ण सत्र गिरमिटिया देशों में हिन्दी पर समर्पित होगा। इस दौरान फिजी और प्रशांत क्षेत्र में हिन्दी, सूचना प्रौद्योगिकी और 21वीं सदी में हिन्दी; मीडिया और हिन्दी को लेकर वैश्विक धारणा, भारतीय ज्ञान परंपराओं और हिन्दी का वैश्विक संदर्भ, भाषायी समन्वय एवं हिन्दी अनुवाद जैसे 10 समानांतर सत्र होंगे। सम्मेलन में हिन्दी सिनेमा के विभिन्न रूपों और वैश्विक परिदृश्य, वैश्विक बाजार और हिन्दी, बदलते परिदृश्य में प्रवासी हिन्दी साहित्य तथा भारत एवं विदेश में हिन्दी शिक्षण, चुनौतियां व समाधान विषयों पर भी चर्चा होगी।