बीएलए ने किया पाकिस्तानी ट्रेन हाईजेक, जानिए क्या है चीन कनेक्शन और बलूचियों का गुस्सा

  • Post By Admin on Mar 12 2025
बीएलए ने किया पाकिस्तानी ट्रेन हाईजेक, जानिए क्या है चीन कनेक्शन और बलूचियों का गुस्सा

पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान में हाल ही में बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तानी जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक किया। यह घटना बलूचिस्तान में स्वतंत्रता की मांग को लेकर लंबे समय से जारी संघर्ष का हिस्सा है। बीएलए पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आजादी हासिल करना चाहता है, जो अपनी प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। बीएलए को यह एहसास हुआ कि पाकिस्तान और चीन बलूचिस्तान की संपत्ति का शोषण कर रहे हैं।

बीएलए बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाना चाहता है। उनका आरोप है कि पाकिस्तान बलूचिस्तान के खनिज और प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करता है, जबकि वहां के स्थानीय लोगों को इसका कोई फायदा नहीं मिलता। बलूच लोग यह मानते हैं कि पाकिस्तान बलूचिस्तान को केवल शोषण का केंद्र बना कर उससे लाभ ले रहा है। इसके अलावा, बलूचिस्तान में चीन के बढ़ते प्रभाव ने यहां के लोगों की नाराजगी और गहरा कर दिया है।

चीन कनेक्शन

पाकिस्तान ने बलूचिस्तान में चीन को कई प्रमुख परियोजनाओं के लिए अनुमति दी है, जिससे यहां के लोगों का गुस्सा और बढ़ा है। चीन ने बलूचिस्तान में अपना दबदबा बनाने के लिए कई निवेश किए हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख न्यू ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। इसे चीन ने 24 करोड़ डॉलर की लागत से बनाया है और यह पाकिस्तान का सबसे महंगा एयरपोर्ट है। हालांकि, इसे शुरू नहीं किया गया है, लेकिन यह एयरपोर्ट बलूच लोगों के लिए किसी फायदे का कारण नहीं बना, बल्कि बाहर से आए कामकाजी लोगों को ही रोजगार मिला।

इसके अलावा, पाकिस्तान ने चीन को बलूचिस्तान में 5000 एकड़ जमीन भी दी है, जिससे चीन को इस क्षेत्र में और अधिक सैन्य और आर्थिक प्रभाव हासिल हुआ है। बलूच लोग इसे अपने अधिकारों की हनन के रूप में देख रहे हैं और बीएलए इस मुद्दे पर पाकिस्तान सरकार से खुलकर टकरा रहा है।

चीन-पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरिडोर (CPEC)

बलूचिस्तान का हिस्सा होने के कारण चीन-पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरिडोर (CPEC) परियोजना भी इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। इस परियोजना का उद्देश्य पाकिस्तान और चीन के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है, लेकिन बलूच लोग इसे अपनी खुशहाली के बजाय बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप के रूप में देख रहे हैं। उनका कहना है कि यह परियोजना उनके लिए कोई फायदा नहीं लाई और उनकी स्थिति जस की तस बनी रही।

बलूचिस्तान का खजाना और पाकिस्तान का लालच

बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। यहां तेल, गैस और खनिज संसाधनों के बड़े भंडार हैं, जो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। पाकिस्तान और चीन दोनों इस क्षेत्र के खजाने को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं, जबकि बलूच लोग इस शोषण के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। यही कारण है कि बलूचिस्तान में आजादी की लड़ाई जारी है और बीएलए ने इसे तेज किया है। बलूचिस्तान में बीएलए का ट्रेन हाईजैक करना एक बड़ा संदेश है, जो पाकिस्तान और चीन के खिलाफ बलूचियों की बढ़ती नाराजगी को दर्शाता है।