बेंजामिन नेतन्याहू ने किया दावा, डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रच रहा ईरान

  • Post By Admin on Jun 17 2025
बेंजामिन नेतन्याहू ने किया दावा, डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रच रहा ईरान

वाशिंगटन/तेल अवीव : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक विस्फोटक दावा करते हुए कहा है कि ईरान, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रच रहा है। नेतन्याहू के इस बयान ने पहले से ही तनावपूर्ण चल रहे पश्चिम एशिया के हालात को और अधिक गंभीर बना दिया है।

नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने ट्रंप को "दुश्मन नंबर एक" घोषित कर रखा है और वह उन्हें मारना चाहता है। उन्होंने ट्रंप के निर्णायक नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी ईरान से समझौतावादी नीति नहीं अपनाई, बल्कि कासिम सुलेमानी जैसे शीर्ष सैन्य अधिकारियों को खत्म कर ईरान की सैन्य और परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर सीधा प्रहार किया।

ट्रंप पर सीधा निशाना, परमाणु खतरे की घंटी

नेतन्याहू के अनुसार, ट्रंप का यह सख्त रुख ही उन्हें ईरान का मुख्य लक्ष्य बना रहा है। उन्होंने कहा, “ट्रंप ने ईरान को स्पष्ट कर दिया है कि वह परमाणु हथियार नहीं रख सकता, जिसका अर्थ है कि वह यूरेनियम का भंडारण भी नहीं कर सकता।”
इसी क्रम में नेतन्याहू ने यह भी दावा किया कि ईरान ने कभी उनके आवास को भी मिसाइल से निशाना बनाया था।

इजरायली प्रधानमंत्री ने ईरान को ‘तेजी से हथियारों के भंडार बढ़ाने वाला देश’ बताते हुए कहा कि वह सालाना 3,600 बैलिस्टिक मिसाइलें बना रहा है और इस तरह का खतरा इजरायल जैसे छोटे देश के लिए असहनीय है। उन्होंने खुद को ट्रंप का "जूनियर पार्टनर" बताते हुए ईरानी परमाणु कार्यक्रम को रोकने में वैश्विक सहयोग की अपील भी की।

तेहरान पर इजरायली हमला, 224 की मौत, जवाबी हमले में 13 इजरायली मरे

यह सारा घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब इजरायल और ईरान के बीच खुला युद्ध जैसी स्थिति बन चुकी है। 13 जून को इजरायल ने तेहरान में ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें कई शीर्ष अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए। जवाबी कार्रवाई में ईरान ने इजरायल के तेल अवीव समेत कई शहरों पर मिसाइल हमले किए।

अब तक ईरान में 224 लोगों की मौत, जबकि इजरायल में 13 नागरिकों की जान गई है। दोनों देशों के बीच रॉकेट हमलों का सिलसिला अभी भी जारी है।

ईरान की चेतावनी: इजरायल का समर्थन किया तो अमेरिका पर भी हमला

शनिवार को ईरान ने चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि कोई भी देश इजरायल का समर्थन करता है, तो उसके क्षेत्रीय सैन्य अड्डों पर हमला किया जाएगा। यह धमकी स्पष्ट रूप से अमेरिका को दी गई मानी जा रही है।

इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को सख्त चेतावनी दी, “अगर ईरान ने अमेरिका पर हमला किया तो अमेरिका की सेना अपनी पूरी ताकत से जवाब देगी—एक ऐसा हमला, जिसकी ईरान ने कल्पना भी नहीं की होगी।”

स्थिति गंभीर, परमाणु जंग का खतरा

नेतन्याहू के दावे और दोनों देशों के बीच तीव्र होती सैन्य कार्रवाइयों के बीच यह आशंका तेज हो गई है कि यदि स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो दुनिया को एक और बड़े संघर्ष या परमाणु युद्ध का सामना करना पड़ सकता है।