66 साल की उम्र में 10वीं बार मां बनीं अलेक्जेंड्रा, 45 साल बाद फिर गूंजी किलकारी
- Post By Admin on Mar 31 2025

बर्लिन : मातृत्व हर महिला के जीवन में एक विशेष स्थान रखता है, लेकिन 66 साल की उम्र में 10वीं बार मां बनना किसी चमत्कार से कम नहीं। जर्मनी की अलेक्जेंड्रा हिल्डेब्रांड्ट ने 19 मार्च को बर्लिन के चैरिटे अस्पताल में अपने बेटे फिलिप को जन्म देकर दुनिया को चौंका दिया। उनका मातृत्व सफर पांच दशकों तक फैला हुआ है, क्योंकि उन्होंने अपना पहला बच्चा 1977 में जन्म दिया था। डॉक्टरों ने नवजात की देखभाल के लिए उसे तुरंत इनक्यूबेटर में रखा, ताकि किसी भी जटिलता से बचा जा सके।
इतिहासकार से मां बनने तक का सफर
अलेक्जेंड्रा हिल्डेब्रांड्ट सिर्फ एक मां ही नहीं, बल्कि एक जानी-मानी इतिहासकार और संग्रहालय निदेशक भी हैं। वह बर्लिन के चेकप्वाइंट चार्ली स्थित वॉल म्यूजियम की मालिक हैं। उन्होंने 45 साल पहले अपनी पहली संतान स्वेतलाना को जन्म दिया था। इसके बाद उन्होंने 50 साल की उम्र के बाद भी कई बच्चों को जन्म दिया। उनके बड़े बेटे आर्टिओम की उम्र 36 वर्ष है, जबकि छोटे बच्चों में 12 वर्षीय जुड़वां एलिज़ाबेथ और मैक्सिमिलियन, 10 वर्षीय एलेक्जेंड्रा, 8 वर्षीय लियोपोल्ड, 7 वर्षीय अन्ना, 4 वर्षीय मारिया और 2 वर्षीय काथरीना शामिल हैं।
बिना किसी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के बनी मां
अलेक्जेंड्रा हिल्डेब्रांड्ट ने बताया कि उन्होंने यह उपलब्धि बिना किसी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के हासिल की। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा से बहुत हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करती हूं। रोज़ एक घंटे तैरती हूं, दो घंटे दौड़ती हूं, शराब और धूम्रपान से दूर रहती हूं। मैंने कभी गर्भनिरोधक का इस्तेमाल नहीं किया। अगर शरीर स्वस्थ हो, तो उम्र कोई बाधा नहीं बनती।"
डॉक्टरों की राय – दुर्लभ और जोखिम भरा मामला
बर्लिन के चैरिटे अस्पताल में प्रसूति चिकित्सा विभाग के निदेशक प्रोफेसर वोल्फगैंग हेनरिच ने इसे "असाधारण मामला" बताया। उन्होंने कहा कि इस उम्र में गर्भावस्था संभालना मुश्किल होता है, लेकिन हिल्डेब्रांड्ट ने अपने मजबूत शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के कारण इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। प्रजनन विशेषज्ञ डॉ. एलेक्स रोब्लेस ने भी बताया कि 45 वर्ष की उम्र के बाद प्राकृतिक रूप से गर्भधारण की संभावना 5% से भी कम होती है और इससे मां और बच्चे दोनों के लिए जोखिम बढ़ जाते हैं।
अलेक्जेंड्रा की सोच – ज्यादा बच्चों को जन्म देना चाहिए
अलेक्जेंड्रा हिल्डेब्रांड्ट का मानना है कि आजकल लोग बच्चों को लेकर नकारात्मक सोच रखते हैं। उन्होंने कहा, "अगर लोग बच्चों के संपर्क में आएं, तो उनकी राय बदल सकती है। हमें अधिक बच्चों को जन्म देने के लिए प्रेरित करना चाहिए।" उनका यह बयान चर्चा का विषय बन गया है। 66 साल की उम्र में मां बनकर उन्होंने एक मिसाल पेश की है और यह साबित कर दिया है कि अगर इच्छाशक्ति मजबूत हो, तो उम्र भी मातृत्व के आड़े नहीं आ सकती।