प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यशाला का सफल आयोजन
- Post By Admin on Jan 16 2025

लखीसराय : जिले में जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्रा और जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम के द्वारा एक दिवसीय प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य जिले के सभी मध्य विद्यालयों को प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के तहत एक मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करना है, ताकि बच्चों में विज्ञान और गणित विषयों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिल सके और उनका सीखने का अनुभव आनंददायी हो सके।
कार्यशाला में जिले के विभिन्न पदाधिकारियों और शिक्षकगण ने भाग लिया। इनमें जिला कार्यक्रम पदाधिकारी दीप्ती, संजय कुमार, नीलम राज (एम.डी.एम.), डायट प्राचार्या डॉ. वंदना कुमारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजाज़ आलम, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, एस.एस.ए के पदाधिकारी और लखीसराय जिले के माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकगण शामिल थे।
कार्यक्रम के दौरान, जिले के 291 मध्य विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को पीबीएल के माध्यम से विज्ञान और गणित विषयों को प्रोजेक्ट आधारित पढ़ाई के जरिए रोचक और सरल बनाने के साथ-साथ 21वीं सदी के कौशल जैसे आलोचनात्मक चिंतन, सहयोग, रचनात्मकता और संवाद कौशल को विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाया जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। स्वागत संबोधन में नीरज दास गुरु, मंत्रा सोशल सर्विसेज ने सभी प्रतिभागियों का अभिनंदन किया और पीबीएल कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालयों को मॉडल विद्यालय बनाने की योजना पर चर्चा की। इस दौरान, सभी शिक्षकों ने जनवरी और फरवरी माह के प्रोजेक्ट पर विस्तार से चर्चा की और आगामी रणनीति तैयार की।
जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा, "हम सभी का लक्ष्य एक विकसित भारत और विकसित बिहार की ओर बढ़ना है। इसके लिए हमें बच्चों के लिए स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करने होंगे और उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शिक्षकों को समर्पित रहना होगा। पीबीएल बच्चों को करके सीखने का अवसर प्रदान करता है, जिससे उनका वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित होगा।"
जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम ने कहा, "पिछले 6 महीनों के अनुभव से यह स्पष्ट है कि लखीसराय जिला में पीबीएल के माध्यम से शिक्षा में सुधार हुआ है। मुझे विश्वास है कि आने वाले महीनों में हमारा जिला बिहार के शीर्ष 5 जिलों में शामिल होगा।"
कार्यशाला के दौरान, पीबीएल के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रमों, अभ्यास पुस्तिका के कक्षाकक्ष में संचालन और माइक्रो इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट की स्थिति पर भी चर्चा की गई। प्रत्येक प्रखंड से एक-एक शिक्षक ने पीबीएल के तहत अपने अनुभव और प्रयास साझा किए। हलसी, चानन और पिपरिया प्रखंडों के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जिला पदाधिकारी ने संबंधित शिक्षकों को सम्मानित किया।
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए और उन्हें कक्षाकक्ष में पीबीएल कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए प्रोत्साहित किया गया।