शहर में प्रदूषण की स्थिति गंभीर, खुले में कचड़ा जलाने से बढ़ रहा खतरा
- Post By Admin on Nov 27 2024

मुजफ्फरपुर : शहर में प्रदूषण का स्तर पहले से ही चिंता का कारण बन चुकी है। शहर के कई हिस्सों में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है और यह स्थिति अब स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी बन चुकी है। खासतौर पर शहर में खुले में कचड़ा जलाने की घटनाएं आम हो गई हैं। जिससे प्रदूषण में और इजाफा हो रहा है। आरडीएस कॉलेज के पीछले द्वार के सामने कचड़े में आग लगाने का मामला सामने आया है। जिसके कारण इलाके में भारी धुंआ फैल गया। इस कचड़े में आग लगने से न केवल उस स्थान पर बल्कि आस-पास के इलाकों में भी प्रदूषण फैल रहा है। खुले में कचड़ा जलाने की यह आदत पर्यावरण के लिए हानिकारक साबित हो रही है और शहर के प्रदूषण स्तर को और बढ़ा रही है।
प्रशासन की लापरवाही और नगर निगम की निष्क्रियता :
इस गंभीर मुद्दे पर जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नगर निगम कुछ दिनों तक पानी का छिड़काव कर अपना कोरम पूरा कर लेता है। जिससे प्रदूषण में थोड़ी बहुत कमी हो जाती है, लेकिन यह समाधान अस्थायी और अधूरा है। नगर निगम को इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए स्थायी और प्रभावी उपायों की आवश्यकता है, ताकि कचड़ा जलाने जैसी घटनाओं को रोका जा सके और शहर में प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सके।
वर्तमान में यह सिर्फ प्रशासन का ही नहीं, बल्कि नागरिकों का भी कर्तव्य बनता है कि वे खुले में कचड़ा फेंकने और जलाने जैसी आदतों से बचें। अगर इस स्थिति को जल्द नहीं सुधारा गया, तो आने वाले दिनों में प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य समस्याओं में और वृद्धि हो सकती है, जो शहरवासियों के लिए बेहद खतरनाक साबित होगी।
इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन को मिलकर एक ठोस और दीर्घकालिक योजना तैयार करने की जरूरत है, ताकि शहर को प्रदूषण से मुक्त किया जा सके और यहां की जीवन गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकें।