एनक्यूएएस प्रमाणीकरण को लेकर उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन

  • Post By Admin on Aug 29 2024
एनक्यूएएस प्रमाणीकरण को लेकर उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन

लखीसराय (वीरेंद्र विजय सिंह) : सदर अस्पताल के सभागार में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य 20 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर-सह-स्वास्थ्य उपकेंद्रों के एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए तैयारियों को लेकर जानकारी साझा करना था। इस कार्यशाला की अध्यक्षता प्रभारी सिविल सर्जन एवं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी अशोक कुमार भारती ने की।

कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षकों ने एनक्यूएएस (राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक) चेकलिस्ट पर गहन चर्चा की। उन्होंने बताया कि एनक्यूएएस स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित एक प्रमाणीकरण कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य बेहतर प्रदर्शन करने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को पहचान दिलाना और सार्वजनिक अस्पतालों की विश्वसनीयता को बढ़ाना है। यह कार्यक्रम सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।

एनक्यूएएस के अंतर्गत, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की टीम अस्पतालों का मूल्यांकन करती है, जिसमें कम से कम 07 मानकों का उपयोग किया जाता है। इनमें सेवाएं, मरीज़ों की संतुष्टि, क्लिनिकल सेवाएं, इनपुट, संक्रमण नियंत्रण, सपोर्ट सेवाएं, गुणवत्ता प्रबंधन, और आउटपुट शामिल हैं। मूल्यांकन में पास होने वाले अस्पतालों को भारत सरकार द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। साल में कम से कम एक बार मूल्यांकन अनिवार्य है, और यदि कोई सुविधा राज्य द्वारा प्रमाणित होती है और लगातार अच्छे अंक प्राप्त करती है, तो वह राष्ट्रीय मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकती है।

कार्यशाला में चेकलिस्ट के विभिन्न पहलुओं जैसे इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन, दस्तावेजीकरण, आउटकम, और बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन पर भी चर्चा की गई। डीपीएम सुधांशु नारायण लाल ने जानकारी दी कि 25 सितंबर तक चिन्हित 20 केंद्रों का प्रमाणीकरण किया जाएगा, जिसमें जिला से लेकर राज्य और उसके बाद भारत सरकार की टीम द्वारा उक्त केंद्रों का मूल्यांकन किया जाएगा। 70 प्रतिशत या उससे अधिक स्कोर करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों को एनक्यूएएस का प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।

इस कार्यशाला का संचालन डीपीएम एवं डीपीसी सुनील कुमार शर्मा द्वारा किया गया, जबकि तकनीकी सहयोग पिरामिल संस्था के क्षेत्रीय हेड मुंगेर डॉ. पवन सिंह, सिद्धार्थ कुमार एवं सरिता ने प्रदान किया। प्रभारी सिविल सर्जन ने समय पर मूल्यांकन कराने का निर्देश भी दिया।

इस मूल्यांकन कार्य के तहत चिन्हित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में चानन प्रखंड के जानकीडीह, गोपालपुर, मननपुर, पिपरिया प्रखंड के वलीपुर, राहाटपुर, सूर्यगढ़ा प्रखंड के भवानीपुर, कोनिपार, खावा, रामगढ़ चौक प्रखंड के तेतरहट, रामनगर बरतारा, बिल्लो, सदर प्रखंड के गढ़ीबिशनपुर, बेलौरी, रेहूआ, बड़हिया प्रखंड के दरियापुर, सहजादपुर, बिरुपुर, हलसी प्रखंड के तरहारी, बहछा एवं सांडमाफ शामिल हैं। कार्यशाला में इन सभी स्वास्थ्य संस्थानों के सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों को उन्मुखीकरण किया गया।