विश्व मधुमक्खी दिवस पर पर्यावरण भारती ने चलाया वृक्षारोपण अभियान, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

  • Post By Admin on May 20 2025
विश्व मधुमक्खी दिवस पर पर्यावरण भारती ने चलाया वृक्षारोपण अभियान, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

जमुई : विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर मंगलवार को जमुई बाजार मैदान स्थित +2 उच्च विद्यालय प्रांगण में पर्यावरण भारती द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण जागरूकता को लेकर स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों, समाजसेवियों और नागरिकों की भागीदारी रही।

कार्यक्रम का नेतृत्व पर्यावरण प्रहरी शिवदानी प्रसाद ने किया, जबकि पतंजलि योगपीठ से आए परिव्राजक त्रिपुरारी लाल ने वृक्षारोपण का महत्व बताया। उन्होंने कहा, “ग्लोबल वार्मिंग से मानव जीवन संकट में है, ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर के आसपास कम-से-कम पांच पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। विशेषकर पीपल, बरगद, गूलर और पाकड़ जैसे 'देव वृक्ष', जिनसे हमें प्राकृतिक ऑक्सीजन प्राप्त होती है।”

पर्यावरण भारती के संस्थापक और पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक राम बिलास शाण्डिल्य ने जानकारी दी कि संगठन वर्ष 2008 से वृक्षारोपण का कार्य कर रहा है और अब तक 1,21,213 पौधे लगाए जा चुके हैं। आगामी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर 10,000 वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने आमजन से अपील की कि जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ, पुण्यतिथि जैसे विशेष अवसरों पर वृक्षारोपण को अपनाएं।

विश्व मधुमक्खी दिवस की पृष्ठभूमि पर शाण्डिल्य ने बताया कि यह दिवस स्लोवेनिया निवासी एंटोन जनशा के जन्मदिन (20 मई 1734) की स्मृति में मनाया जाता है, जो विश्व के पहले मधुमक्खी पालन शिक्षक थे। उन्होंने कहा, “मधुमक्खियाँ परागण में सहायक होती हैं और खेतों की उपज बढ़ाती हैं। विज्ञान के बढ़ते प्रभाव से इनकी संख्या घट रही है, जो चिंता का विषय है।”

इस वर्ष विश्व मधुमक्खी दिवस 2025 की थीम “प्रकृति से प्रेरित मधुमक्खियाँ हम सबों का पोषण करती हैं” रखी गई है। कार्यक्रम में मधुमक्खियों के महत्व, उनके आवास की रक्षा और संरक्षण को लेकर लोगों को संकल्प दिलाया गया— “मधुमक्खी को बचाना है, पर्यावरण को सुरक्षित करना है।”

पौधारोपण कार्यक्रम में शिवदानी प्रसाद, त्रिपुरारी लाल, राम बिलास शाण्डिल्य, समाजसेवी प्रदीप केशरी, प्रभु मोदी, राधे श्याम मोदी, मनीष कुमार बर्णवाल, अंकित पंडित, सदन बर्णवाल, राजेन्द्र मोदी, इंजीनियर विवेक कुमार बर्णवाल, प्रिंस यादव, रौनक यादव, चंद्रकांत भगत सहित कई स्थानीय नागरिक शामिल हुए।