काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर होगा हरिहरनाथ मंदिर का विकास, कैबिनेट की मंजूरी

  • Post By Admin on Feb 05 2025
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर होगा हरिहरनाथ मंदिर का विकास, कैबिनेट की मंजूरी

पटना : बिहार के प्रसिद्ध हरिहरनाथ मंदिर का विकास अब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दी गई। इस परियोजना के तहत सोनपुर स्थित हरिहरनाथ मंदिर का पुर्नविकास किया जाएगा और इसके लिए विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने वाली एजेंसी को नियुक्त किया जाएगा। अहमदाबाद स्थित इस एजेंसी का काम अब हरिहरनाथ मंदिर को भी उसी तरह विकसित करना होगा, जैसे काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण हुआ है।

सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार ने पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर के अलावा बिहार के छह प्रमुख शहरों में सीसीटीवी कैमरे और ट्रैफिक लाइट लगाने का प्रस्ताव भी स्वीकृत किया है। यह योजना विशेष रूप से इन शहरों में सुरक्षा बढ़ाने और ट्रैफिक नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए है। दरभंगा, गया, पूर्णिया, सहरसा, मुंगेर और छपरा में इन सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। इस उद्देश्य के लिए 487 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।

इसके अलावा, पटना नगर निगम क्षेत्र में सड़क और नाला निर्माण के लिए 1.97 करोड़ रुपए की योजना को स्वीकृति दी गई है। यह परियोजना आशीयाना नगर फेज वन में गेट नंबर दो से ग्लोबल प्रतिभा स्कूल खेल मैदान तक और गेट नंबर एक से अधिवक्ता वाईसी वर्मा के घर तक सड़क और नाले का निर्माण करेगी।

पटना में एक और महत्वपूर्ण योजना के तहत पहली बार स्टील स्ट्रक्चर पर वाहन पार्किंग की सुविधा शुरू होने जा रही है। यह सुविधा 22 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा प्रगति यात्रा के दौरान उद्घाटित की जाएगी। 28 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन इस पार्किंग में 156 वाहन खड़े हो सकेंगे, जिसमें से 96 वाहन एक स्थान पर और 60 वाहन दूसरे स्थान पर पार्क किए जा सकेंगे। यह पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से संचालित होगा, जिससे वाहनों की पार्किंग प्रक्रिया और अधिक सुगम हो जाएगी। 

यह पार्किंग व्यवस्था विशेष रूप से मौर्यालोक और आसपास के बाजारों, आयकर गोलंबर, डाकबंगला, फ्रेजर रोड, जीपीओ गोलंबर और बुद्ध मार्ग पर स्थित वाहन चालकों के लिए लाभकारी साबित होगी। खासतौर पर इस्कॉन मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को इसका फायदा मिलेगा, क्योंकि किसी भी कार्यक्रम के दौरान सड़कें पार्किंग में बदल जाती थीं। अब यह स्टील स्ट्रक्चर वाहन पार्किंग व्यवस्था समस्याओं का समाधान करेगी।