राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कॉफी के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित
- Post By Admin on Jan 25 2025

लखीसराय : राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास निगम लखीसराय के तत्वाधान में बीते शुक्रवार, 24 जनवरी को "कॉफी के साथ संवाद" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम वरीय समाहर्ता सुधांशु शेखर की अध्यक्षता में जिला मंत्रणा सभागार में संपन्न हुआ। इस अवसर पर अपर समाहर्ता सुधांशु शेखर, भूमि उप समाहर्ता सितू शर्मा, उप समाहर्ता राहुल कुमार, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस बंदना पांडेय, डीपीएम डॉ. मनोज कुमार सिन्हा समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम का संचालन कर रही जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस एवं नोडल पदाधिकारी महिला एवं बाल विकास निगम, बंदना पांडेय ने प्रसिद्ध पंक्तियों "इतनी शक्ति देना हमें दाता, मन का विश्वास कमजोर हो न..." के माध्यम से नारी शक्ति एवं बालिका दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना है। उन्होंने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। जिनके माध्यम से बेटियां सशक्त हो रही हैं और भविष्य में राष्ट्र की प्रगति में नेतृत्व करेंगी।
इस अवसर पर ताइक्वांडो खिलाड़ी अमीषा पटेल ने कहा कि लड़कियां आज आत्मनिर्भर एवं सशक्त हो रही हैं। उन्होंने ताइक्वांडो खेल के बारे में बताते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर खिलाड़ियों को मैन्युअल रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है। जबकि स्टेट एवं नेशनल लेवल पर सेंसरयुक्त चेस्ट गार्ड का उपयोग किया जाता है। ऐसे में स्थानीय खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा में कठिनाई होती है। उन्होंने जिला प्रशासन से सेंसरयुक्त चेस्ट गार्ड की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की, ताकि जिले की बालिकाएं भी राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीत सकें। वरीय समाहर्ता सुधांशु शेखर ने आश्वासन दिया कि जल्द ही जिला प्रशासन इस संबंध में सुविधा प्रदान करेगा।
महिला सशक्तीकरण हब के जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज ही के दिन देश की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने पदभार ग्रहण किया था। यह दिन बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि समाज में बालिकाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण फैलाने के लिए ऐसे कार्यक्रम आवश्यक हैं।
महिला एवं बाल विकास निगम के जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" योजना के 10 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जिलेभर में आयोजित किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बालिकाओं को सोशल मीडिया के खतरों से सतर्क रहने की सलाह दी और कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति से दोस्ती या प्रलोभन के झांसे में न आएं। उन्होंने बताया कि कई बार सोशल मीडिया के माध्यम से मानव तस्करी जैसी घटनाएं होती हैं, जिससे सतर्क रहना आवश्यक है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के तहत संचालित पालनाघर, कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र एवं सामाजिक पुनर्वास के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक पूनम कुमारी ने बताया कि हिंसा से पीड़ित महिलाएं 181 हेल्पलाइन नंबर पर निशुल्क सहायता प्राप्त कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी बात आपको असहज महसूस कराए, तो उसे हिंसा माना जाता है और उस पर कार्यवाही की जा सकती है।
कार्यक्रम के दौरान कुमार प्रोग्रेसिव पब्लिक स्कूल की शिक्षिका प्रिया मैम ने प्रेरणादायक पंक्तियां प्रस्तुत कीं "दीवारें ऊंची हैं, गालियां हैं तंग। लंबी डगर है, पर हिम्मत है संग। पांव में छाले हैं, सांसें बुलंद
लड़ने चली हूं, आज़ादी की जंग।"
वहीं, ऋचा मैम ने गीत "कोमल है कमजोर नहीं, शक्ति का नाम ही नारी है।" गाकर महिला शक्ति का वर्णन किया।
अंत में सभी उपस्थित लोगों ने सामूहिक रूप से "हम होंगे कामयाब एक दिन..." का गायन किया और "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान से संबंधित शपथ ली।
इस अवसर पर अंचल अधिकारी, ताइक्वांडो सचिव बादल गुप्ता, लैंगिक विशेषज्ञ नवीन कुमार, साक्षरता विशेषज्ञ अमित कुमार, लेखा सहायक सुमित कुमार, डाटा एंट्री ऑपरेटर ब्यूटी कुमारी और कई अन्य अधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थित थे। इसके अलावा अमीषा पटेल, सिमरन, अस्मिता सहित कई बालिकाएं, महिला सशक्तीकरण हब एवं वन स्टॉप सेंटर के सभी कर्मी भी मौजूद रहे।