बर्खास्त शिक्षकों के आंदोलन पर कलकत्ता हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी, कहा — आप लोग शिक्षक हैं, यह क्यों भूल रहे हैं

  • Post By Admin on May 22 2025
बर्खास्त शिक्षकों के आंदोलन पर कलकत्ता हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी, कहा — आप लोग शिक्षक हैं, यह क्यों भूल रहे हैं

कोलकाता : विकास भवन के सामने लंबे समय से आंदोलनरत बर्खास्त शिक्षकों को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने बुधवार को सख्त लहजे में टिप्पणी करते हुए अनुशासन की याद दिलाई। न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष की एकल पीठ ने कहा, "आप लोग शिक्षक हैं, यह बात क्यों भूल रहे हैं?" अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर रोक नहीं है, लेकिन इसके कारण आम नागरिकों को परेशानी नहीं होनी चाहिए।

हाईकोर्ट में यह टिप्पणी उस याचिका पर सुनवाई के दौरान आई, जिसमें दो बर्खास्त शिक्षकों ने पुलिस द्वारा की गई तलब को चुनौती दी थी। पुलिस ने हाल ही में विकास भवन के सामने हुए प्रदर्शन और उसमें हुई झड़प के संबंध में शिक्षकों को बिधाननगर उत्तर थाने में तलब किया था।

सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति घोष ने साफ निर्देश दिया कि अब प्रदर्शन में अधिकतम 50 से 100 लोग ही एक साथ बैठ सकेंगे, न कि 500 की भीड़। साथ ही यह भी कहा गया कि यदि स्थान को लेकर कोई समस्या हो, तो पुलिस उसे सुलझाए।

राज्य सरकार की ओर से पेश वकील ने सुझाव दिया कि प्रदर्शन के लिए मेला ग्राउंड का उपयोग किया जाए, जो विकास भवन से ज्यादा दूर नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वहां सिर्फ शिक्षक ही उपस्थित हों, न कि राजनीतिक दलों से जुड़े लोग या बाहरी व्यक्ति। शिक्षकों की ओर से अधिवक्ता सुदीप्त मैत्र ने मेला ग्राउंड की दूरी का हवाला दिया, लेकिन कोर्ट ने इसे नकारते हुए कहा कि यह कोई बड़ी दूरी नहीं है।

कोर्ट ने पुलिस को गुरुवार सुबह तक केस डायरी पेश करने का निर्देश भी दिया है और याचिकाकर्ता शिक्षकों को सुबह 10 बजे तक थाने में उपस्थित होने को कहा है। साथ ही यह स्पष्ट किया कि तब तक उनके खिलाफ कोई सख्त कार्यवाई नहीं की जा सकती। अगली सुनवाई गुरुवार शाम चार बजे होगी। हालांकि, आज की सुनवाई में कोर्ट ने कोई लिखित आदेश पारित नहीं किया।