बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की 10वीं वर्षगांठ पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
- Post By Admin on Jan 24 2025

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की 10वीं वर्षगांठ पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
सुदामा न्यूज | लखीसराय: रामगढ़ प्रखंड स्थित कृषि सभागार में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के 10 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी महिला एवं बाल विकास निगम, बंदना पांडेय ने की। कार्यक्रम में उपस्थित सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को योजना की उपलब्धियों और भविष्य की कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में बाल विवाह की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई गई। बंदना पांडेय ने कहा कि लखीसराय जिला बाल विवाह के मामले में प्रथम स्थान पर है, जो अत्यंत चिंताजनक है। उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने पोषक क्षेत्रों में जाकर बाल विवाह मुक्त समाज बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएं। साथ ही, महिला पर्यवेक्षिकाओं को निर्देश दिया गया कि वे अपनी सेक्टर बैठकों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को प्रमुख एजेंडा के रूप में शामिल करें ताकि इस अभियान को और गति मिल सके।
कार्यक्रम में हब के जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के 10 साल पूरे होने पर देश का बाल लिंगानुपात 918 से बढ़कर 930 हो गया है। लेकिन इसके विपरीत, जिला का बाल लिंगानुपात 968 से घटकर 865 हो गया है।यह एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इसे सुधारने के लिए सामाजिक जनजागरूकता अभियान को और अधिक तेज करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में पोषण ट्रैकर के महत्व पर भी चर्चा की गई। बंदना पांडेय ने बताया कि पोषण ट्रैकर पोषक क्षेत्र के लाभार्थियों, आंगनबाड़ी केंद्रों, सेविकाओं और सहायिकाओं की डिजिटल ट्रैकिंग करने का काम करता है। उन्होंने सभी सेविकाओं को निर्देश दिया कि वे समय पर सभी डेटा पोषण ट्रैकर में अपलोड करें, ताकि किसी भी लाभार्थी को योजना का लाभ लेने में परेशानी न हो। किसी भी तकनीकी समस्या के समाधान के लिए प्रखंड समन्वयक या महिला पर्यवेक्षिका से संपर्क करने की सलाह दी गई।
बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कुमारी मुक्ता ने कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहरा रही हैं। किशोरी एवं महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ लेकर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं से अपील की कि वे इन योजनाओं के प्रति जागरूकता फैलाएं और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को लाभान्वित करें।
इस जागरूकता कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। जिनमें जिला परियोजना प्रबंधक, महिला एवं बाल विकास निगम डॉ. मनोज कुमार सिन्हा, प्रखंड समन्वयक कन्हैया कुमार, वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ अमित कुमार, लेखा सहायक सुमित कुमार, सांख्यिकी सहायक विनय कुमार यादव, महिला पर्यवेक्षिका कुमारी रिंकू, इंदु, संगीता सहित दर्जनों आंगनबाड़ी सेविकाएं शामिल थीं।