हनुमान जी को प्रिये है आम
- Post By Admin on Jun 11 2018

आम ऐसे ही फलों का राजा नहीं है। आम तो आम, आम के पत्तों के भी अपने फ़ायदे हैं। आदिकाल से हम घर के द्वार त्वरण सजावट के रूप में टांगते हैं। इसके पीछे एक अपना विज्ञान रहा है।
भारतीय हिन्दू संस्कृति में आम के वृक्ष को पूजनीय माना जाता है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसके फल के अलावा इसकी लकड़ियां और पत्तियां भी बेहद लाभकारी और गुणकारी होती है।हिन्दू धर्म में आम के पेड़ की लकड़ियों का इस्तेमाल समिधा के रूप में किया जाता है।माना जाता है इस लकड़ी को घी के साथ जलाने पर घर में सकात्मक ऊर्जा का वास होता है। इस पेड़ की पत्तियों को घर के मुख्य दरवाजे पर लटकाने से घर में सुख और समृद्धि बढ़ने के साथ सभी मंगल कार्य निर्विघ्न पूरे हो जाते हैं।
धार्मिक मान्यतानुसार आम हनुमान जी का प्रिय फल है इसीलिए जहां आम और आम के पत्ते होते है वहां हनुमान जी की विशेष कृपा बनी रहती है। शास्त्रों में भी दरवाजें पर आम के पत्तों को लटकाना अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा करने से हनुमान जी की कृपा बनी रहती है ।
हमारी भारतीय संस्कृति में आम के पेड़ की लकड़ियों का उपयोग समिधा के रूप में वैदिक काल से ही किया जा रहा है। माना जाता है कि आम की लकड़ी, घी, हवन सामग्री आदि का हवन में उपयोग करने से वतावरण में सकारात्मकता बढ़ती है।
घर के प्रवेश द्वार पर आम की पत्तियां लटकाने से घर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति के साथ सकारात्मक ऊर्जा घर में आती है। बाहर से आने वाली हवा जब भी इन पत्तियों का स्पर्श कर घर में घुसती है तो वह सकारात्मक कणों को भी अपने साथ लाती है।