BPSC भ्रष्टाचार पर प्रशांत किशोर का बड़ा दावा, कहा डीएसपी का पद 1.5 करोड़ में बिक रहा
- Post By Admin on Jan 04 2025

पटना : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक के आरोपों के बाद इसे रद्द करने की मांग जोर पकड़ रही है। इस मुद्दे पर प्रदर्शनकारी छात्रों और राजनीतिक दलों के विरोध के बीच जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीपीएससी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है और डीएसपी के पद को 1.5 करोड़ रुपये में बेचा जा रहा है।
प्रशांत किशोर का अनशन और बड़ा बयान
प्रशांत किशोर ने पटना के गांधी मैदान में अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छात्रों की शिकायत सुननी चाहिए। मैं छात्रों के समर्थन में हूं और जो वे तय करेंगे, मैं वही करूंगा।" किशोर ने दावा किया कि बीपीएससी परीक्षा में आधे से ज्यादा सीटें बिक चुकी हैं। उन्होंने कहा, "इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप परीक्षा में बैठते हैं या नहीं, क्योंकि सीट पहले ही बिक चुकी है।"
प्रशासन ने उनके अनशन को "अवैध" करार दिया और स्थल बदलने का आग्रह किया, लेकिन प्रशांत किशोर ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया है।
परीक्षा रद्द करने की मांग और दोबारा परीक्षा की तैयारी
13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक के आरोपों के बाद आयोग ने 12,000 छात्रों के लिए 4 जनवरी को दोबारा परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है। जिला प्रशासन ने परीक्षा के लिए पूरी तैयारी कर ली है। हालांकि, प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि परीक्षा रद्द कर सभी के लिए दोबारा परीक्षा कराई जानी चाहिए।
पप्पू यादव का हमला: 'प्रशांत किशोर गैंबलर हैं'
एफआईआर दर्ज होने के बाद पप्पू यादव ने इस मुद्दे पर सरकार और बीपीएससी पर तीखा हमला किया। उन्होंने पेपर लीक में बड़े अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाया। प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "प्रशांत किशोर गैंबलर हैं, जो भरपेट खाना खाकर शाम में धरने पर बैठ जाते हैं।"
पप्पू यादव ने यह pभी आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर को यह अच्छी तरह पता था कि गांधी मैदान में सरकार और प्रशासन उन्हें धरने पर बैठने नहीं देगा, इसी कारण उन्होंने गर्दनीबाग की बजाय गांधी मैदान में धरने का निर्णय लिया। इसके साथ ही पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर से सवाल किया, "14 दिन तक कहां गायब थे प्रशांत किशोर?"
छात्रों को राजनीतिक समर्थन
छात्रों के विरोध प्रदर्शन को कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिल रहा है। वामपंथी दलों ने 6 जनवरी को राज्यव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है। वहीं, भारतीय युवा कांग्रेस ने मशाल जुलूस निकालकर छात्रों के समर्थन में विरोध दर्ज कराया।
प्रदर्शन का व्यापक असर
बीपीएससी की हालिया परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने बीते शुक्रवार को पटना सहित राज्य के कई हिस्सों में रेल और सड़क यातायात बाधित किया।