अहमदाबाद विमान हादसा : 787 ड्रीमलाइनर विमानों की होगी व्यापक जांच, डीजीसीए के सख्त निर्देश

  • Post By Admin on Jun 13 2025
अहमदाबाद विमान हादसा : 787 ड्रीमलाइनर विमानों की होगी व्यापक जांच, डीजीसीए के सख्त निर्देश

नई दिल्ली : अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के बाद बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के 787 ड्रीमलाइनर विमानों की विशेष तकनीकी जांच के आदेश दिए हैं। यह फैसला हादसे की गंभीरता को देखते हुए लिया गया है, जिसमें 242 यात्रियों में से सिर्फ एक व्यक्ति ही जीवित बच सका।

15 जून से विशेष जांच अनिवार्य

डीजीसीए ने आदेश दिया है कि 15 जून की मध्यरात्रि से पहले भारत से उड़ान भरने वाले हर बोइंग 787 विमान की विशेष तकनीकी जांच की जाएगी। इसमें ईंधन प्रणाली, हाइड्रोलिक्स, इंजन कंट्रोल, एयर कंप्रेसर और टेकऑफ से जुड़े प्रमुख तकनीकी मानकों की विस्तृत जांच अनिवार्य होगी।

इसके अलावा, हर विमान पर दो सप्ताह के भीतर पावर एश्योरेंस चेक (Power Assurance Check) भी जरूरी किया गया है। डीजीसीए ने स्पष्ट किया कि 15 दिनों के भीतर उभरी किसी भी तकनीकी खामी की समीक्षा के आधार पर तुरंत मरम्मत की जाएगी। एयर इंडिया को इन जांचों की विस्तृत रिपोर्ट डीजीसीए को सौंपनी होगी।

हादसे का विमान 12 साल पुराना, 8000 से ज्यादा उड़ानें पूरी कर चुका था

एयर इंडिया का जो विमान 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ, वह पिछले 12 वर्षों से सेवा में था और 8,000 से अधिक टेकऑफ और लैंडिंग कर चुका था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी सहित 241 लोगों की मौत हो गई। विमान हवाई अड्डे के पास एक इमारत से टकरा गया, जिसमें कई अन्य नागरिकों की भी जान गई।

सिर्फ एयर इंडिया के पास हैं ये विमान

भारत में केवल एयर इंडिया के पास बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान हैं। कंपनी के पास कुल 27 ऐसे विमान थे, जिनमें से एक हादसे में नष्ट हो चुका है।

बोइंग पर पहले भी लगे हैं गंभीर आरोप

यह पहला मौका नहीं है जब बोइंग के विमानों पर गंभीर सवाल उठे हों। 2013 में ड्रीमलाइनर की लिथियम-आयन बैटरियों में आग लगने की घटनाओं के बाद वैश्विक स्तर पर इनके उड़ान संचालन पर तीन महीने की रोक लगाई गई थी। 2018 और 2019 में बोइंग 737 मैक्स के दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोगों की जान गई थी।

2024 में कंपनी के एक पूर्व इंजीनियर सैम सालेहपुर ने दावा किया था कि ड्रीमलाइनर के कई हिस्सों को ठीक से नहीं जोड़ा गया, जिससे पुराने होने पर उनके टूटने का खतरा है। इससे अमेरिका में जांच भी शुरू हुई थी।

उड़ान के लिहाज़ से ड्रीमलाइनर तकनीकी रूप से दक्ष, लेकिन सुरक्षा पर संदेह

बोइंग 787 ड्रीमलाइनर एक दो-इंजन वाला विमान है, जो 254 यात्रियों को 13,620 किलोमीटर की दूरी तक 954 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ले जाने में सक्षम है। इसकी कीमत करीब 2.18 हजार करोड़ रुपये है और इसे लंबी दूरी की उड़ानों के लिए ईंधन दक्षता के कारण सबसे बेहतर विकल्प माना जाता है।

DGCA की कार्यवाही के बाद वैश्विक स्तर पर भी निगरानी बढ़ने की संभावना

भारत में DGCA द्वारा की जा रही सख्ती के बाद अब अन्य देशों के उड्डयन प्राधिकरण भी बोइंग 787 विमानों की सुरक्षा को लेकर कदम उठा सकते हैं। एयर इंडिया को दिए गए निर्देश और आगामी जांचों के नतीजे बोइंग के लिए वैश्विक संकट का कारण बन सकते हैं।