समानता की ओर एक कदम

  • Post By Admin on Oct 27 2024
समानता की ओर एक कदम

जिसे लोग कहते है किन्नर 
आप कभी जाना उसके घर 

देखो उसकी क्या है दशा
आप उससे बेहतर हो सदा

ना कभी सरकार की पड़ती है नजर
ना ही हम जनता को होती कभी फिक्र

सोचो कैसे उस किन्नर का होगा विकास
ना ही कोई रोजगार ना ही कोई आश

समानता के खातिर हम सबको सोचना होगा 
अपने बच्चों की तरह किन्नर को भी शिक्षा से जोड़ना होगा

किसी को तो उठाना होगा इसकी जिम्मेदारी
आईये हम सब मिलकर करे थोड़ी थोड़ी भागेदारी

किन्नर भी है हमारी तरह ईश्वर की ही रचना
ना करो लिंग पक्षपात मानो सबको अपना

जीने का है उसको भी उतना ही अधिकार
जितना संविधान मे दिया है हम सबको सरकार

किन्नर भी समाज का है एक अभिन्न हिस्सा
वास्तव मे यही है हम सबकी नैतिक शिक्षा

कवि - सौरव दशांश 
लाल पहाड़ी, लखीसराय बिहार