नागा और बोनी की बहस पर भड़के संजय गुप्ता, बोले बॉलीवुड के बाप नहीं हो

  • Post By Admin on Jan 02 2025
नागा और बोनी की बहस पर भड़के संजय गुप्ता, बोले बॉलीवुड के बाप नहीं हो

मुंबई : साउथ और बॉलीवुड इंडस्ट्री के बीच चल रही बहस ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। हाल ही में प्रोड्यूसर बोनी कपूर और नागा वामसी के बीच हुई बातचीत ने इस बहस को नई हवा दी। गैलट्टा प्लस के राउंड टेबल डिस्कशन में हुई इस चर्चा में नागा वामसी के बयानों ने विवाद खड़ा कर दिया।

क्या है विवाद?

बता दे कि, गैलट्टा प्लस के प्रोड्यूसर्स राउंड द टेबल में बातचीत के दौरान बोनी कपूर और नागा वामसी की हीटेड कॉन्वर्जेशन ने खूब ध्यान खींचा। जहां बोनी ने कहा कि मोरक्को के राजा ने अमिताभ और बाद में शाहरुख खान को सम्मानित किया था। तेलुगु फिल्मों और तमिल फिल्मों के मार्केट यूनिक हैं। जैसे, तेलुगु फिल्मों का अमेरिका में एक यूनिक मार्केट है, जबकि तमिल फिल्मों की सिंगापुर और मलेशिया में मजबूती है। 

इस पर नागा ने असहमति जताते हुए कहा था कि मुझे इसमें कुछ और जोड़ना है। ये हार्श साउंड कर सकता है, लेकिन हम साउथ इंडियन सिनेमा ने आपके देखने का तरीका बदल दिया है, बॉलीवुड के लिए भी। क्योंकि आप लोग बांद्रा और जुहू के लिए फिल्में बनाने में फंस गए थे। लेकिन अब आरआरआर, बाहुबली, एनिमल, जवान जैसी फिल्मों की वजह से आपका नजरिया बदल गया है। मुगल-ए-आजम के बाद, आपने बाहुबली और आरआरआर जैसी फिल्मों का जिक्र किया, जो तेलुगु फिल्में थीं। आपने मुगल-ए-आजम के बाद कभी किसी हिंदी फिल्म के नाम के बारे में नहीं बताया। मुझे नहीं लगता कि पूरी मुंबई सो पाई होगी जब पता चला कि पुष्पा 2 ने एक दिन में 86 करोड़ कमा लिए थे।

संजय गुप्ता ने जताई नाराजगी

इस heated conversation पर बॉलीवुड के जाने-माने डायरेक्टर संजय गुप्ता ने नागा वामसी के रवैये पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया X पर वीडियो शेयर कर कई पोस्ट किए और लिखा, "बोनी जी जैसे सीनियर प्रोड्यूसर के बगल में बैठा ये घटिया आदमी कौन है, जो अपने नकली घमंड से उनका मजाक उड़ा रहा है? उसकी बॉडी लैंग्वेज और घिनौने रवैये को देखिए। 4 या 5 हिट देने से ये बॉलीवुड के बाप नहीं बने हैं ना बनेंगे।

संजय ने आगे लिखा कि, उनमें इतनी हिम्मत होगी कि वो अल्लू अरविंद सर या सुरेश बाबू सर जैसे सीनियर प्रोड्यूसर्स के सामने बैठकर उनके चेहरे पर उंगली उठाकर इस तरह से बात कर सकें। सफलता से पहले सम्मान को महत्व देना सीखें। ग्रेट साउदर्न फिल्म मेकर्स के साथ काम करते हुए हमने जो पहली चीज सीखी थी, वो थी विनम्रता और अनुशासन। अहंकार का नफरत दिखाना वो आखिरी चीज है जिसकी आप उनसे उम्मीद करेंगे।

हर साल लगभग 300 तेलुगू फिल्में रिलीज होती हैं। इसका मतलब है कि 2020 (बाहुबली 1 रिलीज) और 2024 तक उन्होंने 1500 फिल्में रिलीज की हैं।बाहुबली 1 और 2, आरआरआर, पुष्पा, कल्कि और पुष्पा 2। 1500 में से 6 फिल्में ऑल इंडिया ब्लॉकबस्टर रही हैं। हम ये जानकर बहुत शांति और खुशी से सोए कि हमारे डिस्ट्रीब्यूटर्स ने 86 करोड़ रुपये इकट्ठे किए हैं। आपके मामले में भी ऐसा ही होगा, लेकिन दूसरों की सफलता हमें रातों की नींद हराम नहीं करने देती।

बॉलीवुड बनाम साउथ 

पुरानी बहस फिर छिड़ी नागा वामसी के बयान और संजय गुप्ता की प्रतिक्रिया ने बॉलीवुड बनाम साउथ की बहस को फिर से चर्चा में ला दिया है। साउथ सिनेमा की बढ़ती लोकप्रियता और बॉलीवुड की चुनौतियों पर यह बहस नई नहीं है, लेकिन नागा वामसी के बयानों ने इसे और तीखा बना दिया है।