जानें आखिर किसके कहने पर कादर खान ने छोड़ा था विलेन का किरदार

  • Post By Admin on Dec 31 2024
जानें आखिर किसके कहने पर कादर खान ने छोड़ा था विलेन का किरदार

मुंबई : हिंदी सिनेमा के अजीज और मशहूर अभिनेता कादर खान का नाम कभी भी फिल्म इंडस्ट्री से अलग नहीं किया जा सकता। अपने शानदार अभिनय और बेहतरीन डायलॉग्स लेखन के लिए पहचाने जाने वाले कादर खान ने फिल्मों में कई अलग-अलग किरदार निभाए थे। उनका हर किरदार दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए बस गया हैं।

कादर खान की पुण्यतिथि 31 दिसंबर को होती है। उनका जन्म 22 अक्टूबर 1937 में काबुल अफगानिस्तान में हुआ था। उनका परिवार अफगानिस्तान को छोड़कर भारत के मुंबई में आकर बस गए था। कादर खान का परिवार मुंबई से सबसे गंदे और बदनाम इलाके कमाठीपुरा में रहता था।

कादर खान के घर की माली हालात ठीक नही थी। इसके बाद धीरे-धीरे उन्होंने पढ़ाई करना शुरू की। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई और फिर कॉलेज में नाटक लिखने लगे थे। कुछ समय बाद कादर खान एक कॉलेज में लेक्चरर बन गए, लेकिन कादर खान ने नाटक लिखना नहीं छोड़ा और देखते ही देखते वह फिल्मों के लिए डायलॉग्स लिखने लगे। शुरुआत में कादर खान ने कई फिल्मों के लिए बेहतरीन डायलॉग्स लिखे। फिर कुछ वक्त बाद कादर खान फिल्मों में अभिनय करने लगे।

कादर खान ने अपने करियर की शुरुआत में विलेन के रोल्स किए थे, जिनमें उन्हें जबरदस्त लोकप्रियता मिली थी। लेकिन एक समय ऐसा आया जब उन्होंने फिल्मों में विलेन का किरदार छोड़ने का फैसला किया। इसके पीछे का कारण था उनके परिवार और कॉलेज के स्टूडेंट्स की सलाह। दरअसल, कादर खान के बेटे सरफराज को स्कूल में उनके पिता के विलेन रोल को लेकर काफी चिढ़ाया जाता था। यहां तक कि एक बार सरफराज का अन्य स्टूडेंट्स से इस मामले को लेकर झगड़ा भी हो गया था। इसके अलावा, कादर खान की पत्नी भी उन्हें विलेन के किरदार से दूर रहने के लिए कहने लगी थीं। उनके पूर्व कॉलेज स्टूडेंट्स ने भी उन्हें सलाह दी कि वह इस तरह के रोल्स न करें।

इन सब कारणों के बाद कादर खान ने विलेन के किरदारों को छोड़कर कॉमेडी में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने गोविंदा के साथ कई हिट कॉमेडी फिल्मों में काम किया, जिनमें दर्शकों ने उन्हें खूब सराहा। कादर खान ने अपने करियर में लगभग 300 फिल्मों में अभिनय किया और 250 से अधिक फिल्मों के डायलॉग्स लिखे, जिनमें 'दाग', 'परवीश', 'सुहाग', 'कुर्बानी', 'नसीब', 'याराना', 'कुली', 'आंटी नंबर 1', 'दुल्हे राजा' और 'अंखियों से गोली मारे' जैसी फिल्में शामिल हैं।