वनतारा की गुहार : नमीबिया में जानवरों के वध को रोका जाए
- Post By Admin on Sep 05 2024
नई दिल्ली : अनंत अंबानी द्वारा स्थापित ‘वनतारा’ ने नमीबिया सरकार से जानवरों के वध को रोकने का अनुरोध किया है। नमीबिया वर्तमान में सूखे और अकाल से जूझ रहा है, जिसके चलते वहां की सरकार ने 700 से अधिक जानवरों के वध का फैसला किया है। वनतारा ने भारत स्थित नमीबिया के दूतावास को पत्र लिखकर जानवरों के संरक्षण का इरादा व्यक्त किया है।
वनतारा ने प्रस्तावित किया है कि वे नमीबिया द्वारा मारे जाने के लिए चिन्हित जानवरों को उम्र भर या अस्थायी रूप से आश्रय देने के लिए तैयार हैं, ताकि इन जानवरों की कीमती जानें बचाई जा सकें। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, सूखे के कारण नमीबिया की लगभग 84% खाद्य आपूर्ति समाप्त हो चुकी है। इस खाद्य संकट के समाधान के लिए सरकार ने 700 से अधिक जंगली जानवरों को मारने की योजना बनाई है।
नमीबिया के पर्यावरण, वानिकी और पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी सूची में 83 हाथियों, 60 भैंसों, 30 दरियाई घोड़ों, 100 ब्लू वाइल्डबीस्ट, 50 इम्पाला और 300 ज़ेबरा को मारे जाने की बात कही गई है। वनतारा ने इन जानवरों का वध रोकने के लिए नमीबिया सरकार और अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई है।
वनतारा के संस्थापक अनंत अंबानी ने वन्यजीवों के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता जताई है। वनतारा में वर्तमान में 200 से अधिक हाथी और 300 से अधिक बाघ, शेर, जगुआर, और तेंदुए जैसे जंगली जानवरों की देखभाल की जा रही है। 3500 एकड़ में फैले वनतारा में जानवरों की देखभाल के लिए 2000 से अधिक कर्मचारी तैनात हैं, और यहां एक वर्ल्ड क्लास अस्पताल और रिसर्च सेंटर भी मौजूद है।
वनतारा को नमीबिया दूतावास से अभी कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि वे इन जानवरों को बचाने में सफल होंगे।