1,000 किलोमीटर दौड़कर अयोध्या पहुंचे छह साल के मोहब्बत और देसी टार्जन

  • Post By Admin on Jan 09 2025
1,000 किलोमीटर दौड़कर अयोध्या पहुंचे छह साल के मोहब्बत और देसी टार्जन

अयोध्या : राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ से पहले अयोध्या में कुछ असाधारण आगंतुक पहुंचे हैं। जिनमें एक छह वर्षीय लड़का और एक देसी ‘टार्जन’ शामिल हैं। इन दोनों ने अपनी यात्रा से अयोध्या में श्रद्धा और भक्ति की नई मिसाल पेश की है, जो पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गई है।

1,000 किलोमीटर दौड़कर अयोध्या पहुंचे छह साल के मोहब्बत

पंजाब के फाजिल्का जिले के किलियांवाली गांव से छह साल के मोहब्बत ने अपनी श्रद्धा के प्रतीक के रूप में 1,000 किलोमीटर की यात्रा पूरी की। छोटे से मोहब्बत ने अयोध्या में राम मंदिर दर्शन का सपना देखा और उसे पूरा करने के लिए 23 दिनों तक दौड़ते हुए यात्रा की। इस दौरान उसके अभिभावकों ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय से लगातार संपर्क बनाए रखा ताकि उसकी यात्रा सुरक्षित रहे। यह कदम मोहब्बत की अडिग श्रद्धा और राम मंदिर के प्रति उसकी निष्ठा का प्रतीक बना है।

देसी ‘टार्जन’ संजय सिंह की अनूठी जीवनशैली

इसके अलावा, हरियाणा के पलवल निवासी संजय सिंह भी अयोध्या पहुंचे। वह अपने अनूठे जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध हैं, जिन्हें देसी ‘टार्जन’ के नाम से जाना जाता है। संजय सिंह केवल गाय के दूध पर निर्भर रहते हैं और अनाज से परहेज करते हैं। वह गाय के गोबर से स्नान करते हैं और गोमूत्र का सेवन करते हैं। इसके अलावा, उन्होंने अपनी दिनचर्या में 5,000 दंड बैठक करने का रिकॉर्ड भी बनाया है, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। उनके इन अनूठे कार्यों ने उन्हें समाज में एक विशेष स्थान दिलाया है और अब वह अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात

इन दोनों विशिष्ट आगंतुकों का 11 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने का कार्यक्रम तय किया गया है। इस मुलाकात में राम मंदिर के निर्माण और अयोध्या के विकास कार्यों पर चर्चा की जा सकती है। इन यात्राओं ने राम मंदिर के प्रति उनके अडिग विश्वास और श्रद्धा को और भी दृढ़ किया है। इन असाधारण आगंतुकों की यात्राएं अयोध्या में एक नई श्रद्धा और भक्ति की परंपरा को जन्म देती हैं, जो इस धार्मिक स्थल के महत्व को और अधिक बढ़ाती हैं।