17 साल से भारत की जेल में बंद पाकिस्तानी कैदी रिहा, इस रास्ते जाएगा पाकिस्तान
- Post By Admin on Feb 06 2025

गोरखपुर : करीब 17 साल तक भारतीय जेलों में बंद रहने के बाद पाकिस्तानी कैदी मोहम्मद मसरूफ उर्फ मंसूर उर्फ गुड्डू को रिहा कर दिया गया है। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद, उसकी रिहाई की प्रक्रिया पूरी की गई और उसे गोरखपुर से दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास भेजा गया है। अब 7 फरवरी को उसे अटारी बॉर्डर पर ले जाकर पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले कर दिया जाएगा।
जासूसी और देशद्रोह के आरोप में हुई थी गिरफ्तारी
कराची के निवासी मोहम्मद मसरूफ को 2008 में बहराइच पुलिस ने जासूसी, देशद्रोह, जालसाजी और साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया था। सुरक्षा एजेंसियों का संदेह था कि वह भारत में आतंकवादी संगठनों के लिए जानकारी एकत्र कर रहा था। इसके बाद उसे देशद्रोह और जासूसी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। 2013 में अदालत ने उसे दोषी करार देते हुए सजा सुनाई थी।
जेल में उकसाने की कोशिशें और सुरक्षा उपाय
मसरूफ को पहले वाराणसी सेंट्रल जेल में रखा गया था, लेकिन यहां उसकी गतिविधियां संदिग्ध रही। जेल प्रशासन के अनुसार, उसने वहां कैदियों को उकसाने और विद्रोह की कोशिश की। इसके बाद 2019 में उसे गोरखपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था। अब चूंकि उसकी सजा पूरी हो चुकी है, प्रशासन ने कानूनी औपचारिकताओं के बाद उसकी रिहाई का निर्णय लिया है।
रिहाई और पाकिस्तान वापसी की प्रक्रिया
गोरखपुर जेल से रिहा होने के बाद, मसरूफ को जिला जेल पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास भेजा गया। इसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी और 7 फरवरी को उसे अटारी बॉर्डर तक लाया जाएगा, जहां उसके दस्तावेज की जांच की जाएगी। इसके बाद मसरूफ को पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले कर दिया जाएगा और वह अपने वतन पाकिस्तान लौटेगा।
भारत की जेल में 17 साल बिताने के बाद पाकिस्तान लौटेगा मसरूफ
करीब 17 साल की सजा के बाद, मसरूफ पाकिस्तान लौटने के लिए तैयार है। सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी में उसे दिल्ली से अटारी बॉर्डर तक ले जाया जाएगा, जहां से वह पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद मसरूफ अपने घर पाकिस्तान लौट सकेगा।