IAS बनने के बाद DM के पद तक की दूरी, जानें कैसे पार करना होता है यह प्रशासनिक सफर

  • Post By Admin on Jan 23 2025
IAS बनने के बाद DM के पद तक की दूरी, जानें कैसे पार करना होता है यह प्रशासनिक सफर

नई दिल्ली : हर किसी को लगता है कि इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) का हिस्सा बनने के बाद सीधे डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) की पोस्ट मिल जाती है, लेकिन असल में यह प्रक्रिया थोड़ी जटिल और लंबी है। एक IAS अधिकारी को कई अहम प्रशासनिक पदों पर काम करना होता है। जिनसे अनुभव हासिल कर वह धीरे-धीरे DM बनने के योग्य बनता है। इस पूरी प्रक्रिया में कई सालों की मेहनत और विभिन्न प्रशासनिक जिम्मेदारियों का अनुभव शामिल है। आइए जानते हैं, एक IAS अधिकारी को DM बनने के लिए कौन-कौन से पड़ावों से गुजरना पड़ता है।

IAS की पहली पोस्टिंग : सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM)

UPSC की सिविल सर्विसेज परीक्षा पास करने के बाद एक IAS अधिकारी की पहली पोस्टिंग आमतौर पर सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) या असिस्टेंट कमिश्नर के रूप में होती है। इस पद पर अधिकारी को संबंधित जिले के प्रशासनिक कार्यों का संचालन करना होता है और उन्हें ज़ोनल डिवीजन के प्रशासन की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। इस शुरुआती पद पर अधिकारी को 1 से 4 साल तक सेवा करनी होती है। इस दौरान अधिकारियों को सरकारी कार्यों की बुनियादी समझ प्राप्त होती है, जो आगे के करियर के लिए महत्वपूर्ण होती है।

अगला पड़ाव : एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (ADM) या डिप्टी सेक्रेटरी

SDM के बाद IAS अधिकारियों को अगला पद एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (ADM) या डिप्टी सेक्रेटरी मिलता है। इस पद पर अधिकारी को जिले के प्रशासन में अधिक जिम्मेदारियां दी जाती हैं और उन्हें महत्वपूर्ण निर्णय लेने का अधिकार भी प्राप्त होता है। इस पद पर अधिकारी को 5 से 8 साल तक काम करना होता है। इस दौरान अधिकारी पॉलिसी मेकिंग में योगदान देने लगते हैं और प्रशासन की जटिलताओं को समझते हैं।

DM बनने का समय

डिप्टी सेक्रेटरी के बाद IAS अधिकारी को प्रमोट होकर डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) या जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर नियुक्त किया जाता है। DM बनने के बाद अधिकारी उस जिले के सबसे प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी बन जाते हैं। इस पद पर अधिकारी का मुख्य काम कानून-व्यवस्था बनाए रखना और विकास कार्यों का प्रबंधन करना होता है। इसके अलावा, DM के रूप में अधिकारी जिले के महत्वपूर्ण निर्णयों में भाग लेते हैं और प्रशासन की दिशा तय करते हैं। DM बनने के लिए IAS अधिकारी को लगभग 9 से 12 साल का समय लग सकता है।

DM के बाद क्या होता है प्रमोशन ?

DM बनने के बाद भी एक IAS अधिकारी का सफर खत्म नहीं होता। इसके बाद वह उच्च प्रशासनिक पदों की ओर बढ़ते हैं। इनमें प्रमुख पद हैं। 
    •    स्पेशल सेक्रेटरी
    •    डिविजनल कमिश्नर
    •    एडिशनल सेक्रेटरी
    •    प्रिंसिपल सेक्रेटरी
    •    चीफ सेक्रेटरी
    •    कैबिनेट सेक्रेटरी, जो IAS अधिकारियों के लिए सर्वोच्च प्रशासनिक पद माना जाता है।

IAS बनने के बाद सीधे DM का पद नहीं मिलता है, बल्कि यह एक लंबी प्रक्रिया का हिस्सा होता है।जिसमें कई सालों का अनुभव और विभिन्न प्रशासनिक पदों पर काम करना पड़ता है। इस यात्रा में अधिकारी बारी-बारी से SDM, ADM और फिर DM बनते हैं और उसके बाद उच्च प्रशासनिक पदों पर प्रमोट होते जाते हैं। यह प्रक्रिया उनके प्रशासनिक कौशल, अनुभव और क्षमता का परीक्षण करती है।