रिलायंस जियो का 5G SA में दबदबा, भारत को बनाया ग्लोबल लीडर
- Post By Admin on Feb 25 2025

नई दिल्ली : भारत ने 5G स्टैंडअलोन (SA) नेटवर्क के रोलआउट में अमेरिका और यूरोप को पीछे छोड़ते हुए वैश्विक लीडर के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया है। इस सफलता के पीछे रिलायंस जियो की प्रमुख भूमिका रही है, जो 5G SA नेटवर्क के विस्तार में सबसे आगे है। Ookla द्वारा जारी की गई नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, भारत 52% 5G SA उपलब्धता के साथ दुनिया में दूसरे स्थान पर है, जबकि चीन 80% के साथ शीर्ष स्थान पर है। यूरोप में यह आंकड़ा केवल 1% है, जो भारत की तेज़ प्रगति और नेटवर्क के व्यापक विस्तार को दर्शाता है।
जियो का आक्रामक नेटवर्क विस्तार और लो-बैंड स्पेक्ट्रम
भारत में 5G SA नेटवर्क की तेज़ी से बढ़ती उपलब्धता का मुख्य कारण जियो का आक्रामक नेटवर्क विस्तार और 700 MHz लो-बैंड स्पेक्ट्रम का व्यापक उपयोग है। यह स्पेक्ट्रम न केवल शहरी क्षेत्रों में, बल्कि ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में भी 5G कवरेज को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण साबित हुआ है। लो-बैंड स्पेक्ट्रम की मदद से भारत में गहरी और विश्वसनीय कवरेज मिल रही है, जो देश के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती दे रहा है।
5G SA डाउनलोड स्पीड में भारत सबसे आगे
5G SA डाउनलोड स्पीड के मामले में भी भारत ने वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। जियो के नेटवर्क की मदद से भारत में औसत डाउनलोड स्पीड 260.71 Mbps तक पहुंच चुकी है, जो चीन (224.82 Mbps) और जापान (254.18 Mbps) से काफी अधिक है। यूरोप में यह आंकड़ा 221.17 Mbps ही रहा, जो भारत की 5G गति को और अधिक प्रमुख बनाता है। भारत की तेज़ 5G स्पीड और उन्नत नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर इसे वैश्विक 5G प्रतिस्पर्धा में एक मजबूत खिलाड़ी बना रहे हैं।
भारत का 5G क्रांति में नेतृत्व
Ookla की रिपोर्ट ने यह साफ़ कर दिया है कि रिलायंस जियो की मदद से भारत 5G SA नेटवर्क के क्षेत्र में एक ग्लोबल लीडर बन चुका है। जियो का ऑल-आईपी नेटवर्क और उन्नत टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम देश को डिजिटल क्रांति में एक नए अध्याय की ओर ले जा रहे हैं। जियो के इस प्रदर्शन से भारत ने 5G नेटवर्क के विकास में एक नई दिशा दिखाते हुए न केवल अपने नागरिकों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित की है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी डिजिटल अर्थव्यवस्था में अपनी ताकत को प्रदर्शित किया है।
रिलायंस जियो के इस प्रगति से यह स्पष्ट होता है कि भारत अब 5G नेटवर्क के मामले में पूरी दुनिया में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरकर सामने आया है और जियो का यह नेतृत्व आने वाले समय में देश की डिजिटल क्रांति को और भी मजबूती देगा।