Gemini AI ऐप के 400 मिलियन से अधिक यूजर्स, पिचाई ने कहा— AI क्रांति की नई शुरुआत है

  • Post By Admin on May 22 2025
Gemini AI ऐप के 400 मिलियन से अधिक यूजर्स, पिचाई ने कहा— AI क्रांति की नई शुरुआत है

नई दिल्ली : गूगल और उसकी पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने मंगलवार को घोषणा की कि जेमिनी एआई ऐप के मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या 400 मिलियन (40 करोड़) के पार पहुंच गई है। उन्होंने इसे गूगल की एआई रणनीति की एक बड़ी सफलता करार दिया।

गूगल I/O 2025 कॉन्फ्रेंस में किया बड़ा खुलासा
अमेरिका में आयोजित गूगल I/O 2025 सम्मेलन में पिचाई ने बताया कि जेमिनी के साथ सात मिलियन (70 लाख) से अधिक डेवलपर्स काम कर रहे हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में पांच गुना ज्यादा हैं। इसके अलावा, वर्टेक्स एआई पर जेमिनी का उपयोग 40 गुना तक बढ़ गया है।

जेमिनी 2.5 प्रो से यूजर जुड़ाव में 45% की वृद्धि
पिचाई ने कहा कि जेमिनी ऐप में 2.5 प्रो वर्जन का इस्तेमाल करने वालों में 45 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि पिछले साल जहां गूगल हर महीने 9.7 ट्रिलियन टोकन प्रोसेस करता था, अब यह संख्या बढ़कर 480 ट्रिलियन तक पहुंच गई है — यानी 50 गुना वृद्धि।

200 देशों में पहुंचा एआई ओवरव्यू, भारत-अमेरिका में खास बढ़ोतरी
सुंदर पिचाई ने कहा कि पिछले साल लॉन्च हुआ 'एआई ओवरव्यू' अब तक 1.5 बिलियन से अधिक यूजर्स तक पहुंच चुका है और यह 200 देशों व क्षेत्रों में सक्रिय है। अमेरिका और भारत जैसे प्रमुख बाजारों में इसकी वृद्धि दर 10 प्रतिशत से अधिक है।

सर्च अनुभव में बड़ा बदलाव, आया नया 'एआई मोड'
पिचाई ने बताया कि गूगल सर्च को अब एक बिल्कुल नए 'एआई मोड' के साथ पेश किया गया है, जो उन्नत तर्क क्षमता से लैस है। इस मोड की मदद से उपयोगकर्ता पारंपरिक सर्च की तुलना में 2 से 3 गुना ज्यादा लंबे और जटिल सवाल पूछ पा रहे हैं। यह सुविधा फिलहाल अमेरिका में सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध करा दी गई है।

'डीप थिंक' मोड से जेमिनी 2.5 प्रो और भी मजबूत
कंपनी ने ‘डीप थिंक’ नामक एक एडवांस्ड रिजनिंग मोड भी लॉन्च किया है, जो लेटेस्ट रिसर्च और पैरलल थिंकिंग तकनीकों पर आधारित है। इससे जेमिनी 2.5 प्रो की सोचने और विश्लेषण करने की क्षमता को और धार दी गई है।

पिचाई ने कहा— यह एआई की नई क्रांति की शुरुआत है
गूगल प्रमुख ने कहा, “हम एक नए एआई प्लेटफॉर्म शिफ्ट के दौर में प्रवेश कर चुके हैं, जहां दशकों से चल रही रिसर्च अब आम लोगों, व्यवसायों और कम्युनिटीज के लिए वास्तविकता बन रही है।”

इस तेजी से हो रहे तकनीकी विकास के बीच गूगल का यह कदम एआई की दुनिया में नए मानक स्थापित कर सकता है।