अमेरिका ने द रेजिस्टेंस फ्रंट को घोषित किया विदेशी आतंकी संगठन, पहलगाम हमले के लिए माना जिम्मेदार
- Post By Admin on Jul 19 2025
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वाशिंगटन: अमेरिका ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है। यह वही संगठन है जिसने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। अमेरिका ने इस हमले को 2008 मुंबई आतंकी हमले के बाद भारत में हुआ सबसे भीषण हमला करार दिया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि TRF पर यह कार्रवाई अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने, वैश्विक आतंकवाद से लड़ने और पीड़ितों को न्याय दिलाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। TRF के खिलाफ इस फैसले के तहत अब संगठन की आर्थिक गतिविधियों पर रोक, संपत्ति जब्ती, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही TRF के सदस्यों की अमेरिका में एंट्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
TRF को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का नया चेहरा माना जाता है, जो पाकिस्तान की शह पर कश्मीर घाटी में आतंकी घटनाओं को अंजाम देता रहा है। लश्कर-ए-तैयबा पहले ही संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठन घोषित किया जा चुका है।
हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर संवेदना प्रकट की थी और भारत को हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने साफ शब्दों में कहा था कि "भारत इस हमले के पीछे बैठे आतंकियों और उन्हें पनाह देने वालों को सज़ा देकर रहेगा।"
इस हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी शिविरों पर एयर स्ट्राइक कर, 100 से अधिक आतंकियों को ढेर कर दिया था। यह कार्रवाई भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का प्रमाण मानी जा रही है।
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका की यह कार्रवाई पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाने और भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को वैश्विक मंच पर उजागर करने की दिशा में अहम मानी जा रही है।