ट्रंप के आदेश से अमेरिका में होंगे सिर्फ दो जेंडर, LGBTIQ+ पर गहराया संकट

  • Post By Admin on Jan 21 2025
ट्रंप के आदेश से अमेरिका में होंगे सिर्फ दो जेंडर, LGBTIQ+ पर गहराया संकट

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद कई बड़े फैसले किए, जिनमें सबसे विवादित फैसला लिंग-संबंधी नीतियों पर केंद्रित है। उन्होंने घोषणा की है कि संघीय सरकार अब केवल दो लिंगों को मान्यता देगी: पुरुष और महिला। इस आदेश के तहत ट्रांसजेंडर और नॉनबाइनरी समुदाय को कानूनी मान्यता नहीं मिलेगी, जिससे LGBTIQ+ समुदाय के अधिकारों पर गंभीर असर पड़ने की संभावना है।

क्या है ट्रंप का नया आदेश?

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के पहले ही दिन एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें कहा गया कि संघीय सरकार की आधिकारिक नीति के तहत केवल दो लिंग पुरुष और महिला मान्यता प्राप्त होंगे। इसके अलावा, सभी सरकारी दस्तावेजों जैसे पासपोर्ट, वीजा और अन्य पहचान पत्रों में "लिंग" का उल्लेख अनिवार्य कर दिया गया है।

ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, "आज से अमेरिका की नीति स्पष्ट है। केवल पुरुष और महिला को ही मान्यता दी जाएगी। यह कदम लैंगिक विचारधारा के अतिक्रमण से महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने के लिए आवश्यक है।"

ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए क्या बदल जाएगा?

इस आदेश का सबसे बड़ा प्रभाव ट्रांसजेंडर और नॉनबाइनरी समुदाय पर पड़ेगा।

● स्वास्थ्य सेवाओं पर रोक: आदेश के तहत संघीय धन का उपयोग लिंग-परिवर्तन सर्जरी या संबंधित स्वास्थ्य सेवाओं के लिए नहीं किया जाएगा। इससे ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए स्वास्थ्य सेवाएं महंगी और कठिन हो जाएंगी।

● कानूनी पहचान का संकट: ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को अब अपनी पहचान के लिए कानूनी मान्यता प्राप्त करने में कठिनाई होगी।

● समानता कार्यक्रमों का अंत: ट्रंप प्रशासन ने संघीय एजेंसियों में चल रहे विविधता, समानता और समावेशन (DEI) कार्यक्रमों को "बेकार और कट्टरपंथी" बताते हुए खत्म करने का आदेश दिया है।

आलोचना और समर्थन का दौर

ट्रंप के इस फैसले पर दो अलग-अलग राय सामने आई हैं।

आलोचना: LGBTQ+ संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस कदम की कड़ी आलोचना की है। उनका कहना है कि यह निर्णय ट्रांसजेंडर और नॉनबाइनरी व्यक्तियों के अधिकारों को खत्म करने और उनके साथ भेदभाव को बढ़ावा देने वाला है।

समर्थन: ट्रंप समर्थकों का मानना है कि यह कदम पारंपरिक लिंग परिभाषाओं को बनाए रखने और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक है।

DEI कार्यक्रमों का अंत

ट्रंप के दूसरे आदेश में संघीय एजेंसियों में चल रहे विविधता और समावेशन कार्यक्रमों को खत्म करने की बात कही गई है। ट्रंप ने इन कार्यक्रमों को "अमेरिकी समाज में भेदभाव बढ़ाने वाला" करार दिया। यह आदेश संघीय भर्ती प्रक्रिया में जाति, लिंग और पहचान के आधार पर किसी भी तरह की तरजीह को खत्म करने की बात करता है।