रूस को लेकर ट्रंप की कूटनीतिक तैयारी तेज, विशेष दूत विटकॉफ अगले हफ्ते कर सकते हैं मास्को दौरा

  • Post By Admin on Aug 04 2025
रूस को लेकर ट्रंप की कूटनीतिक तैयारी तेज, विशेष दूत विटकॉफ अगले हफ्ते कर सकते हैं मास्को दौरा

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को पुष्टि की कि उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ अगले सप्ताह रूस का दौरा कर सकते हैं। यह दौरा ऐसे समय में होने की संभावना है जब रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर वाशिंगटन और मॉस्को के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है और ट्रंप द्वारा तय की गई प्रतिबंधों की समयसीमा नजदीक आ रही है।

न्यू जर्सी में मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा, "स्टीव (विटकॉफ) इस समय गाजा सीमा पर मानवीय सहायता को लेकर सक्रिय हैं, लेकिन हो सकता है कि वह बुधवार या गुरुवार को रूस जाएं। रूस की ओर से उनसे मुलाकात की इच्छा जताई गई है। देखते हैं क्या होता है।"

ट्रंप ने साफ किया कि अगर रूस-यूक्रेन संघर्ष का समाधान नहीं निकलता है, तो 9 अगस्त तक मास्को पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि "रूस प्रतिबंधों से बचने में माहिर है, लेकिन इसके लिए जरूरी होगा कि एक ऐसा समझौता हो जिसमें निर्दोष लोगों की हत्याएं बंद हों।"

तनाव के बीच विटकॉफ की प्रस्तावित यात्रा का महत्व
स्टीव विटकॉफ की संभावित मास्को यात्रा को कूटनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है, खासकर तब जब ट्रंप ने पहले ही रूस को चेतावनी दे रखी है कि यदि वह शांति समझौते पर आगे नहीं बढ़ता, तो 100 प्रतिशत टैरिफ जैसे कड़े कदम उठाए जाएंगे।

बीते महीने ट्रंप ने रूस को 50 दिनों की समयसीमा दी थी, जिसे अब घटाकर महज 10-12 दिन कर दिया गया है। यह सख्त रुख ट्रंप की विदेश नीति में उभरते दबाव को दर्शाता है।

ट्रंप-मेदवेदेव में खुला टकराव
इस बीच रूस के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव और ट्रंप के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। मेदवेदेव ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, "ट्रंप हर नए अल्टीमेटम के साथ अमेरिका और रूस के बीच युद्ध को और करीब ला रहे हैं। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि रूस, ईरान या इजरायल नहीं है।"

उन्होंने ट्रंप को "स्लीपी जो" की राह पर न चलने की चेतावनी दी—यह नाम ट्रंप अक्सर जो बाइडन के लिए इस्तेमाल करते हैं।

ट्रंप की परमाणु तैयारी पर भी बढ़ी चिंता
रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप ने हाल ही में दो अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियों को "उपयुक्त स्थानों" पर तैनात करने का आदेश दिया है। इस सैन्य सक्रियता के बीच उनकी विशेष दूत की प्रस्तावित यात्रा दोनों देशों के रिश्तों में उलझाव और संभावित संवाद दोनों का संकेत मानी जा रही है।

अब निगाहें मास्को की प्रतिक्रिया पर
स्टीव विटकॉफ की संभावित यात्रा पर अब सबकी निगाहें मास्को की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। क्या रूस इस पहल को गंभीरता से लेगा या इसे भी ट्रंप की चुनावी रणनीति का हिस्सा मानेगा, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगा।