ट्रूडो की बढ़ी मुश्किलें, लिबरल पार्टी के नेताओं ने की इस्तीफे की मांग 

  • Post By Admin on Oct 24 2024
ट्रूडो की बढ़ी मुश्किलें, लिबरल पार्टी के नेताओं ने की इस्तीफे की मांग 

भारत को अपना दुश्मन बनाने के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मुश्किलें लगातार बढ़ती नजर आ रही हैं। अब खबर है कि लिबरल सांसदों ने उनके खिलाफ बगावत कर दी है। कनाडाई पीएम पर इस्तीफे का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। साथ ही पार्टी के नेता का पद छोड़ने के लिए ट्रूडो को डेडलाइन भी थमा दी गई है।

खबरों के मुताबिक, लिबरल पार्टी में ट्रूडो को हटाए जाने की कवायद तेज हो गई है। हाल ही में बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान सांसदों ने ट्रूडो के सामने अपने परेशानियां रखीं। खबर है कि ट्रूडो अपनी ही पार्टी में असंतोष का सामना कर रहे हैं। सांसदों ने उन्हें भविष्य पर फैसला लेने के लिए 28 अक्टूबर की तारीख दे दी है।

दिया जो बाइडेन का उदाहरण

रिपोर्ट के अनुसार 24 सांसदों ने ट्रूडो को लिबरल चीफ के पद से हटाने के लिए हस्ताक्षर किए हैं। बुधवार को हुई बैठक के दौरान ब्रिटिश कोलंबिया से सांसद पैट्रिक वीलर ने ट्रूडो के इस्तीफे के पक्ष में दस्तावेज पेश किया। इसमें बताया गया था कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था, तब डेमोक्रेट्स को बढ़त मिलती दिखी थी। दस्तावेज में कहा गया है कि ऐसा ही लिबरल पार्टी के मामले में भी हो सकता है।

खबरे है कि, 3 घंटे लंबी चली बैठक में किसी भी कैबिनेट मंत्री ने ट्रूडो से पद छोड़ने की अपील नहीं की। वहीं, कहा जा रहा है कि कुछ सांसद ट्रूडो के समर्थन में भी आए। माना जाता है कि कनाडा में सियासी घमासान की एक वजह भारत के साथ तनाव भी हो सकते हैं।

भारत और कनाडा के रिश्ते
 
बीते साल ट्रूडो ने संसद में खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तार भारत सरकार से जुड़े होने की आशंका जताई थी। वहीं, भारत ने आरोपों से इनकार किया था।  इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव शुरू हो गए थे। 

मालूम हो कि, निज्जर को NIA ने 2020 में आतंकी घोषित किया था। जून 2023 में सरी में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।