ईरान और इजरायल के बीच तनाव, बढ़ी युद्ध की आशंका
- Post By Admin on Oct 26 2024

ईरान और इजरायल के बीच तनाव नए स्तर पर पहुंच गया है। इजरायल ने शनिवार को ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए 100 से अधिक लड़ाकू विमानों को उड़ाया, जिसमें अत्याधुनिक F-35 'अदिर' स्टील्थ फाइटर जेट भी शामिल था। इस हमले का उद्देश्य ईरान के परमाणु संयंत्रों और अन्य सामरिक ठिकानों पर सटीक हमला करना था, लेकिन इजरायली सेना ने इन पर हमले से बचते हुए संभावित विश्व युद्ध की स्थिति को टालने का प्रयास किया।
हमलों के प्रमुख बिंदु
रिपोर्ट के अनुसार, इस बड़े पैमाने के हमले में लगभग 2,000 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले F-35 'अदिर' स्टील्थ लड़ाकू विमानों सहित 100 से अधिक विमान शामिल थे। इस बीच, ईरान ने कहा कि इजरायली हमलों ने इलम, खुज़ेस्तान और तेहरान प्रांतों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
ईरान ने दावा किया है कि इन हमलों से उसे कोई महत्वपूर्ण नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन देश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और संभावित जवाबी हमले की तैयारी की जा रही है।
वही, इजरायल ने संभावित जवाबी कार्रवाई को देखते हुए सीरिया, यमन, इराक और लेबनान से आने वाले खतरों पर विशेष निगरानी बढ़ा दी है।
रक्षा मंत्री की मॉनिटरिंग
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट और चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने तेल अवीव के किरया बेस से ऑपरेशन की निगरानी की। इजरायली सुरक्षा कैबिनेट ने एक फोन सम्मेलन में इस बड़े हमले को स्वीकृति दी थी।
अमेरिका ने किया इजरायल का समर्थन
इस घटना पर व्हाइट हाउस ने इजरायल का समर्थन करते हुए कहा कि यह हमला 1 अक्टूबर को ईरानी मिसाइल हमले की प्रतिक्रिया है और इजरायल का आत्मरक्षा का अधिकार है।
इस हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ने की आशंका है। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है और अन्य देशों को भी इस संघर्ष में घसीट सकता है। अब दुनिया की नजरें इस पर टिकी हैं कि क्या ईरान जवाबी कार्रवाई करेगा, या इस तनाव को शांत करने के कूटनीतिक प्रयास किए जाएंगे।