9 महीने बाद धरती पर लौट रहीं सुनीता विलियम्स, स्पेसएक्स के ड्रैगन यान में हुई रवाना
- Post By Admin on Mar 18 2025

फ्लोरिडा/वॉशिंगटन : अंतरिक्ष में बीते 9 महीने से फंसी भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर वापसी का रास्ता साफ हो गया है। दोनों आज 18 मार्च की सुबह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से रवाना हो गए। उनके साथ क्रू-9 मिशन के दो अन्य एस्ट्रोनॉट्स निक हेग और अलेक्जेंडर गोरबुनोव भी लौट रहे हैं। सभी स्पेसएक्स के 'ड्रैगन' स्पेसक्राफ्ट में सवार होकर धरती के लिए निकल चुके हैं।
सुबह 8:35 बजे ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का हैच बंद किया गया और ठीक 10:35 बजे यह ISS के हार्मनी मॉड्यूल से अलग हो गया। अब यह स्पेसक्राफ्ट करीब 17 घंटे की यात्रा कर 19 मार्च को तड़के 3:27 बजे फ्लोरिडा तट के पास समुद्र में स्प्लैशडाउन करेगा।
8 दिन के मिशन पर गईं सुनीता 9 महीने फंसी रहीं
गौरतलब है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर बोइंग और नासा के 'क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन' के तहत पिछले साल 5 जून को स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से ISS पहुंची थीं। महज 8 दिन का यह मिशन था, जिसका मकसद बोइंग के स्टारलाइनर यान की टेस्टिंग करना था। लेकिन स्टारलाइनर में तकनीकी खामी आ गई। इसके रिएक्शन कंट्रोल थ्रस्टर फेल हो गए और हीलियम लीक जैसी गंभीर दिक्कतों के चलते नासा ने स्टारलाइनर की वापसी को खतरनाक मानते हुए उसे बिना इंसानों के ही धरती पर लौटा लिया।
आखिरकार स्पेसएक्स बना सहारा
करीब 9 महीने 13 दिन बाद अब स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से उनकी वापसी हो रही है। नासा के शेड्यूल के मुताबिक, 19 मार्च की सुबह 2:41 बजे डी-ऑर्बिट बर्न शुरू होगा और इसके बाद स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा। आखिर में सुबह 3:27 बजे यह मेक्सिको की खाड़ी में सुरक्षित लैंड करेगा।
मिशन में देरी की वजह मस्क और बाइडेन प्रशासन में खींचतान?
क्रू-10 मिशन की देरी को लेकर एक राजनीतिक विवाद भी सामने आया है। एलन मस्क ने दावा किया कि उन्होंने सुनीता और बुच को तय समय से पहले वापस लाने की पेशकश की थी, लेकिन बाइडेन प्रशासन ने इसे ठुकरा दिया। मस्क ने आरोप लगाया कि दोनों एस्ट्रोनॉट्स को 'राजनीतिक वजहों' से स्पेस स्टेशन में रोके रखा गया, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।
स्पेसएक्स का अनुभव बना भरोसे का कारण
बता दें कि स्पेसएक्स का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट हर कुछ महीनों में 4 एस्ट्रोनॉट्स को ISS पहुंचाता है और वहीं से पिछला क्रू वापस लौटता है। इसी भरोसेमंद तकनीक से अब सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और उनके दो साथी सुरक्षित वापसी की ओर हैं।
नासा और दुनिया भर की नजरें अब इस ऐतिहासिक लैंडिंग पर टिकी हैं, जो सुनीता विलियम्स की तीसरी अंतरिक्ष यात्रा को यादगार बनाएगी।