पाकिस्तान : इमरान खान की रिहाई की मांग तेज, 14 अगस्त को विरोध आंदोलन के दूसरे चरण की घोषणा

  • Post By Admin on Aug 06 2025
पाकिस्तान : इमरान खान की रिहाई की मांग तेज, 14 अगस्त को विरोध आंदोलन के दूसरे चरण की घोषणा

इस्लामाबाद : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने अपने संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई को लेकर आंदोलन की कमान फिर संभाल ली है। पार्टी ने ऐलान किया है कि 14 अगस्त, पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर देशभर में विरोध प्रदर्शनों के दूसरे चरण की शुरुआत की जाएगी।

स्वाब में इमरान खान की गिरफ्तारी के एक वर्ष पूरे होने पर आयोजित रैली में पीटीआई के वरिष्ठ नेता असद कैसर ने कहा, “हमारा आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर है। 14 अगस्त से दूसरा चरण शुरू होगा, इसके बाद हम सिंध की ओर कूच करेंगे।”

इस बीच, पंजाब और अन्य प्रांतों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच पुलिस कार्रवाई तेज हो गई है। अब तक 240 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। लाहौर में सड़कों को अवरुद्ध करने और कानून-व्यवस्था भंग करने के आरोप में 122 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया, जबकि रातभर की छापेमारी में कई और गिरफ्तारियां हुईं।

पीटीआई प्रवक्ता जुल्फिकार बुखारी ने दावा किया कि “सिर्फ लाहौर से 200 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है।”

पंजाब पुलिस ने कई पीटीआई सांसदों को भी हिरासत में लिया, हालांकि उन्हें शाम तक रिहा कर दिया गया। इनमें डिप्टी विपक्ष नेता मोइन रियाज़ कुरैशी, सांसद शोएब आमिर, इकबाल खट्टक, फर्रुख जावेद मून, ख़्वाजा सलाहुद्दीन और अमानुल्लाह खान शामिल हैं।

इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इमरान खान की जेल अदियाला के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और धारा 144 लागू कर दी गई है, जिसके तहत किसी भी प्रकार की गैरकानूनी सभा या प्रदर्शन पर रोक है।

पेशावर में रैली को संबोधित करते हुए खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने ऐलान किया कि “अब यह विरोध रोज़ होगा और 13-14 अगस्त को अगली रणनीति का खुलासा किया जाएगा। हमारी मांग है – इमरान खान की रिहाई और संविधान की सर्वोच्चता।”

इमरान समर्थनों का विरोध अब पाकिस्तान की सीमाओं से बाहर भी गूंजने लगा है। अमेरिका के डलास शहर में प्रवासी पाकिस्तानियों ने प्रदर्शन किया, जिसमें पूर्व नेशनल असेंबली डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी भी शामिल हुए। उन्होंने कहा, “इमरान खान को सत्ता प्रतिष्ठान को चुनौती देने की कीमत चुकानी पड़ रही है। 2024 का जनादेश चुराया गया और पीटीआई को लगातार राजनीतिक प्रतिशोध का निशाना बनाया जा रहा है।”

पाकिस्तान की राजनीति एक बार फिर उथल-पुथल के दौर में है और 14 अगस्त का दिन राजनीतिक तापमान को और अधिक बढ़ा सकता है।