एक लड़की और 100 लड़कें, 44 दिन तक करते रहे ऐसी दरिंदगी जानकर कांप उठेंगे आप

  • Post By Admin on Feb 28 2025
एक लड़की और 100 लड़कें, 44 दिन तक करते रहे ऐसी दरिंदगी जानकर कांप उठेंगे आप

कोलकाता की लेडी डॉक्टर का केस हो या निर्भया केस, पिछले कई सालों में हम ऐसे कई मामले देख और सुन चुके हैं, जहां आरोपियों ने मासूम महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाया हैं। इन मामलों में क्रूरता की हदें पार कर दी गईं। ऐसी क्रूर दुष्कर्म और फिर हत्याओं के खिलाफ लोगों में इतना आक्रोश था कि वे सभी सड़क पर उतर आए और न्याय की मांग करने लगे। इस तरह के जघन्य अपराध ने लोगों का खून खौला दिया।

वहीं, आज जो कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं वो इतनी क्रूर है कि आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। दरअसल 17 साल की एक लड़की के साथ 100 दरिंदों ने 44 दिनों में 400 बार रेप किया और उसकी जिंदगी नर्क बना दी।

यह घटना जापान के सैतामा शहर की है, जहां पढ़ाई में बहुत होशियार और खूबसूरत जुंको फुरोता नाम की लड़की जो अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करके अपने पैसों से एक यात्रा पर जाना चाहती थी। जिसके लिए उसने पार्ट टाइम जॉब शुरू किया, फिर वो अंधेरी रात आई, जब वो काम से घर लौट रही थी और करीब 16-17 साल के दो लड़कों ने जुंको फुरोता को आश्वासन दिया कि वे उसके शुभचिंतक हैं और उसे एक खाली घर में ले गए जहां उन्होंने जुंको को अपनी हवस का शिकार बना लिया।

फिर शुरू हुआ क्रूरता का दौर

लड़की के साथ दुष्कर्म करने के बाद उन्होंने उसे उसी घर में बंद कर दिया और कई दिनों तक उसके साथ ऐसा ही करने की योजना बनाई। फिर शुरू हुई सभी सीमाओं से परे क्रूरता ! वे लड़के अपने दोस्तों को लेकर आए जिन्होंने जुंको को अपना शिकार बनाया था और एक दिन उनमें से एक लड़का जुंको को अपने घर ले गया और उसे बताया कि वह उसकी प्रेमिका है। हालाँकि, कुछ ही दिनों में उसके परिवार को एहसास हुआ कि वह झूठ बोल रहा था और लड़की के साथ कुछ गलत हुआ था। 

खाने को मिला कॉकरोच और पीना पड़ा पेशाब

इस मासूम बच्ची के साथ 44 दिनों में 100 से ज्यादा लड़कों ने 400 बार रेप किया। पहले तो उन्होंने उसे खाने के लिए थोड़ा खाद्य पदार्थ दिया, लेकिन कुछ ही दिन में क्रूरता चरम पर पहुंच गई और जंको को खाने के लिए कॉकरोच दिए गए। इसके साथ ही उसे मूत्र पीने के लिए मजबूर किया गया। इसके अलावा इन नराधमों ने उसे शराब और कई सिगरेट भी खिलाईं। कई बार उन्हें बिना कपड़ों के छत पर सुलाया जाता था। उसके गुप्तांगों में नुकीली वस्तुएं डाली गईं, जिससे वह भी संक्रमित हो गया। 

शरीर में पड़ गए थे कीड़े

जंको की हालत इतनी खराब हो गई कि वह लड़कों से मरने की भीख मांगने लगी। उसके शरीर में कीड़े पड़ने लगे, शरीर से मवाद निकलने लगा और उससे दुर्गंध आने लगी। इसे देखने के बाद भी लड़के न तो उसे छूते थे और न ही उसे छोड़ते थे। एक दिन जुए में हारने के बाद एक लड़का आया और अपना गुस्सा जुंको पर निकाला और उसे बुरी तरह पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद लड़कों ने जुंको के शव को प्लास्टिक बैग में डालकर दफना दिया। 

कैसे सामने आया सच ?

इस अपराध को करने के बाद भी लड़कों का मन नहीं भरा और उन्होंने कई अन्य लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाया। एक दिन जब उसे पुलिस ने पकड़ा तो पूछताछ के दौरान उसे समझ नहीं आया कि उससे किस मामले के बारे में पूछा जा रहा है और उसने गलती से जुंको की कहानी बता दी। फिर दबे हुए जुंको को बाहर निकाला गया और उसके परिवार को इसकी सूचना दी गई। जिससे उनकी मां की मानसिक स्थिति खराब हो गई और उनके पिता की भी हालत खराब हो गई। वहीं चौंकाने वाली बात यह है कि जो लोग ऐसी बर्बरता की सीमा पार कर चुके थे, उन्हें किशोर घोषित कर दिया गया और केवल कुछ वर्षों की सजा काटने के बाद रिहा कर दिया गया और उनकी पहचान भी गुप्त रखी गई। हालाँकि, एक पत्रिका ने उनके नाम और चेहरे का खुलासा किया।