कांगो के पूर्वी हिस्से में भीषण संघर्ष के बाद 5 लाख से अधिक लोग विस्थापित : यूनिसेफ

  • Post By Admin on Dec 15 2025
कांगो के पूर्वी हिस्से में भीषण संघर्ष के बाद 5 लाख से अधिक लोग विस्थापित : यूनिसेफ

किंशासा : कांगो के पूर्वी हिस्से में पिछले 15 दिन से भीषण संघर्ष जारी है। इसके कारण दक्षिण किवु प्रांत में पांच लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं, जिनमें लगभग एक लाख बच्चे शामिल हैं। यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रेंस फंड (यूनिसेफ) ने यह जानकारी दी।

यूनिसेफ ने लाखों लोगों के विस्थापन पर अपनी चिंता जताई। उसने एक बयान में कहा, "वह दक्षिण किवु में बढ़ती शत्रुता से 'बहुत चिंतित' है, जिसके कारण लाखों बच्चों और परिवारों को सुरक्षा के लिए 'डीआरसी' (पूर्वी डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो) के अंदर और पड़ोसी बुरुंडी और रवांडा में सीमाओं के पार भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है।"

यूनिसेफ ने संघर्ष में शामिल सभी पक्षों से बच्चों की रक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत अपने दायित्वों का सम्मान करने का आग्रह किया। यूनिसेफ ने कहा, "जैसे-जैसे हिंसा फैल रही है, विस्थापन के आंकड़ों में और वृद्धि होने की उम्मीद है, क्योंकि दक्षिण किवु में भारी लड़ाई के बीच चार बच्चों सहित सैकड़ों लोग मारे गए हैं।"

हिंसा से भागते लोगों का अचानक आगमन पड़ोसी बुरुंडी में भी दर्ज किया गया है। 6 दिसंबर से 11 दिसंबर के बीच 50 हजार से अधिक नए लोग आए, जिनमें से लगभग आधे बच्चे थे। यूनिसेफ ने कहा कि यह आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि अधिकारी शरण लेने वाले लोगों की पहचान करना जारी रखे हुए हैं।

इस सप्ताह की शुरुआत में 'मार्च 23 मूवमेंट (एम23)' विद्रोही संगठन ने बुरुंडी सीमा के पास दक्षिण किवु के दूसरे सबसे बड़े शहर उविरा पर कब्जा करने का दावा किया।

प्रांतीय राजधानी बुकावु के फरवरी में 'एम23' के हाथ में आने के बाद उविरा ने दक्षिण किवु के लिए अस्थायी प्रशासनिक केंद्र के रूप में काम किया। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि बुरुंडी सीमा के पास एक प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र होने के कारण इस शहर का पूर्वी डीआरसी में महत्वपूर्ण रणनीतिक महत्व है।

विशेषज्ञों और स्थानीय सूत्रों ने चेतावनी दी है कि उविरा को खोने से समय के साथ 'डीआरसी' के दक्षिण-पूर्वी प्रांतों की ओर एक गलियारा खुल सकता है, जिसमें एक प्रमुख आर्थिक क्षेत्र हाउट-कटंगा भी शामिल है। इसके साथ ही दक्षिण में बाराका और फिजी इलाकों में भी एम-23 लड़ाकों और कांगो सरकार की सेना के बीच झड़पों की खबरें सामने आई हैं।