मेलानिया ट्रंप ने पुतिन को लिखा शांति पत्र, युद्ध खत्म कर बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने की अपील

  • Post By Admin on Aug 17 2025
मेलानिया ट्रंप ने पुतिन को लिखा शांति पत्र, युद्ध खत्म कर बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने की अपील

वाशिंगटन : अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक भावनात्मक ‘शांति पत्र’ लिखकर पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया है। इस पत्र में उन्होंने यूक्रेन युद्ध के तत्काल अंत की अपील करते हुए कहा कि हिंसा का सबसे बड़ा शिकार मासूम बच्चे बन रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देना सभी विश्व नेताओं की जिम्मेदारी है।

सूत्रों के अनुसार, यह पत्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्वयं अलास्का के एंकोरेज में पुतिन से अपनी बहुप्रतीक्षित मुलाकात से पहले उन्हें सौंपा।

पत्र की शुरुआत मेलानिया ने इन शब्दों से की – “राष्ट्रपति पुतिन, हर बच्चा अपने दिल में एक जैसे सपने देखता है। चाहे वह छोटे से गांव में जन्मा हो या बड़े शहर में। वे प्यार, उम्मीद और सुरक्षा का सपना देखते हैं।”

उन्होंने आगे लिखा कि युद्ध ने बच्चों की मासूमियत को छीन लिया है। माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं, लेकिन विश्व नेताओं की जिम्मेदारी उससे कहीं बड़ी है। उन्होंने कहा – “आपके पास बच्चों की हंसी वापस लाने का अवसर है। यह केवल रूस ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता की सेवा होगी।”

मेलानिया ने बच्चों को “पवित्रता और मासूमियत का प्रतीक” बताते हुए पुतिन से आग्रह किया कि यह समय है जब सभी राजनीतिक और विचारधारात्मक भेदों से ऊपर उठकर आने वाली पीढ़ियों के लिए शांति का मार्ग चुना जाए।

जानकारों के मुताबिक, मेलानिया पहले भी अपने पति डोनाल्ड ट्रंप को यूक्रेन को सैन्य मदद बढ़ाने और रूस के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के लिए प्रेरित कर चुकी हैं। यही कारण है कि इस पत्र को केवल भावनात्मक अपील नहीं, बल्कि अमेरिकी कूटनीति के एक महत्वपूर्ण संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है।

अलास्का बैठक को राष्ट्रपति ट्रंप ने “बेहद फलदायी” बताया, हालांकि उन्होंने साफ किया कि अभी कोई औपचारिक समझौता नहीं हुआ है। वहीं, रूस और अमेरिका दोनों ने बातचीत को सकारात्मक करार दिया।

इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के सोमवार को वाशिंगटन पहुंचने और राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करने की संभावना जताई जा रही है। यह मुलाकात युद्ध समाप्ति की दिशा में एक और अहम कड़ी साबित हो सकती है।