अमेरिका के चर्च में भीषण गोलीबारी, हमलावर के हथियार पर मिला भारत विरोधी संदेश

  • Post By Admin on Aug 28 2025
अमेरिका के चर्च में भीषण गोलीबारी, हमलावर के हथियार पर मिला भारत विरोधी संदेश

न्यूयॉर्क : अमेरिका के मिनियापोलिस स्थित एक कैथोलिक चर्च में बुधवार को हुई अंधाधुंध गोलीबारी ने दहशत फैला दी। इस हमले में आठ और दस साल के दो बच्चों समेत पाँच लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए। हमलावर की पहचान ट्रांसजेंडर रॉबिन वेस्टमैन के रूप में हुई है, जिसने प्रार्थना सभा में बैठे छात्रों और श्रद्धालुओं को निशाना बनाया।

पुलिस ने बताया कि वेस्टमैन ने सेमी-ऑटोमैटिक हथियार से अंधाधुंध फायरिंग की। खास बात यह रही कि उसके हथियारों पर कई नफरत भरे संदेश लिखे मिले। इनमें 'न्यूक इंडिया', 'किल योरसेल्फ', 'डोनाल्ड ट्रंप को मार डालो' जैसे शब्द शामिल थे। सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए एक वीडियो में उसने इन हथियारों को प्रदर्शित भी किया था। एफबीआई ने हमलावर के इस वीडियो को जांच के दायरे में लिया है।

चर्च स्कूल के अनुसार, वेस्टमैन इसी संस्थान का पूर्व छात्र रह चुका है। उसने 2017 में यहां तक पढ़ाई की थी और 2020 में खुद को ट्रांसजेंडर लड़की घोषित करते हुए कानूनी तौर पर नाम बदल लिया था।

घटना में मारे गए लोगों में दो मासूम बच्चों के साथ तीन बुजुर्ग श्रद्धालु भी शामिल हैं, जो प्रार्थना सभा में आए थे। छात्र उस समय नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष प्रार्थना कार्यक्रम में शामिल थे।

हमले की गूंज पूरे अमेरिका और दुनिया भर में सुनाई दी। वेटिकन ने मृतकों पर शोक जताते हुए परिजनों को “प्रभु यीशु में शांति और धैर्य” का संदेश भेजा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस घटना को अमानवीय बताते हुए पीड़ितों के सम्मान में रविवार तक सरकारी भवनों और सभी अमेरिकी मिशनों पर झंडे आधे झुकाने का आदेश दिया। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर सभी से मिलकर पीड़ितों के लिए प्रार्थना करने की अपील की।

विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले दो वर्षों में अमेरिका में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों द्वारा ईसाई संस्थानों पर हमला करने की यह दूसरी घटना है। कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस के अनुसार, 2020 से अब तक अल्पसंख्यक ईसाई संस्थानों पर करीब 390 हमले दर्ज किए जा चुके हैं।