अमेरिका से सीधी वार्ता पर खामेनेई का इंकार, बोले– इस्लामी गणराज्य किसी दबाव के आगे नहीं झुकेगा
- Post By Admin on Aug 25 2025

तेहरान : ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने एक बार फिर अमेरिका को तीखा संदेश देते हुए साफ कहा है कि ईरान किसी भी कीमत पर दबाव के आगे झुकने वाला नहीं है। खामेनेई ने वाशिंगटन के साथ सीधी बातचीत की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि अमेरिका इसलिए दुश्मनी रखता है क्योंकि वह चाहता है कि ईरान उसकी बात माने, जो उसके लिए अपमानजनक है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ईरना द्वारा प्रसारित तेहरान के भाषण में खामेनेई ने कहा कि 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से अमेरिका लगातार ईरान विरोधी रवैया अपनाता आ रहा है। उन्होंने हाल ही में 13 जून को ईरान पर हुए हमलों का उल्लेख करते हुए दावा किया कि इन हमलों के अगले ही दिन अमेरिकी समर्थित समूहों ने यूरोप की एक राजधानी में ‘इस्लामी गणराज्य के बाद’ की व्यवस्था पर चर्चा की और यहां तक कि राजशाही लागू करने का सुझाव भी दिया।
खामेनेई ने कहा कि ईरान की जनता की मजबूती और संस्थानों की सुदृढ़ता ने इस साजिश को विफल कर दिया। उन्होंने इजरायल और अमेरिका पर ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन हमलों का असली मकसद ईरान को अस्थिर करना था, लेकिन ईरान ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।
अपने भाषण में उन्होंने घरेलू एकता पर जोर दिया और नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के लिए पूरे समर्थन की अपील की। उन्होंने कहा कि देश के विरोधी अब घरेलू स्तर पर विभाजन की साजिश रच रहे हैं, जिनसे सावधान रहना होगा।
खामेनेई ने गाजा में इजरायल की कार्रवाई को क्रूर बताया और पश्चिमी देशों से उसकी मदद बंद करने की मांग की। उन्होंने यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा इजरायल के खिलाफ उठाए गए कदमों को भी सही ठहराया।
गौरतलब है कि 1979 की इस्लामी क्रांति और अमेरिकी दूतावास बंधक संकट के बाद से ही तेहरान और वाशिंगटन के रिश्ते टूटे हुए हैं। तब से लेकर अब तक अमेरिका ने ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं, जिनमें हाल के सालों में उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर लगाए गए कठोर प्रतिबंध शामिल हैं।