इजरायली हमलों से लेबनान में तबाही, 1 लाख लोग सीरिया में शरण को मजबूर
- Post By Admin on Sep 30 2024
इजरायल के लगातार हमलों से लेबनान में हालात गहराते जा रहे हैं, और दक्षिणी लेबनान के लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं। इन हमलों के कारण अब तक 1 लाख से अधिक लोग पड़ोसी देश सीरिया में शरण ले चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, महज दो दिनों में लेबनान से सीरिया में पलायन करने वालों की संख्या दोगुनी हो गई है, और यह सिलसिला अब भी जारी है।
इजरायली हमलों से गहराते हालात
लेबनान में इजरायल के हमले हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर सैयद हसन नसरल्लाह की मौत के बाद और भी तेज हो गए हैं। इसके चलते लेबनान के दक्षिणी हिस्सों में गाजा जैसी स्थिति बन गई है, जहाँ हजारों लोग अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर हैं। इजरायल के पिछले एक सप्ताह के हमलों में अब तक 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 6,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
सीरिया में शरण की मजबूरी
लेबनान से भाग रहे लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में अपना कीमती सामान लेकर पलायन कर रहे हैं। सीरिया, जो खुद पिछले 13 वर्षों से गृहयुद्ध की विभीषिका झेल रहा है, इन शरणार्थियों के लिए एक अस्थायी ठिकाना बन गया है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के अनुसार, फिलहाल सीरिया-लेबनान सीमा पर स्थित चार प्रमुख क्रॉसिंग पॉइंट्स पर भारी भीड़ जमा हो चुकी है। लेबनान से सीरिया में 23 सितंबर से शुरू हुआ यह पलायन, इजरायली हमलों के बढ़ने के साथ तेज हो गया है।
ईरान की चेतावनी और क्षेत्रीय तनाव
इस बीच, ईरान ने इजरायल को उसकी कार्रवाइयों के खिलाफ चेतावनी दी है। ईरान के विदेश मंत्री नासिर कनानी ने सोमवार को कहा कि ईरान, इजरायल की 'अपराधपूर्ण हरकतों' का उचित जवाब देगा। हिजबुल्लाह, जिसे ईरान का समर्थन प्राप्त है, के शीर्ष कमांडर की मौत ने क्षेत्र में तनाव और बढ़ा दिया है। हिजबुल्लाह पर हुए इस हमले के बाद आशंका जताई जा रही है कि इजरायल अब यमन में सक्रिय हूथी संगठन को भी निशाना बना सकता है, जो कि हिजबुल्लाह की तरह एक शिया संगठन है और उसे भी ईरान का समर्थन प्राप्त है।
लंबी जंग का खतरा
लेबनान के लोग इस चिंता में हैं कि इजरायल के रुख को देखते हुए यह युद्ध लंबा खिंच सकता है। इसलिए, अधिकतर लोग अपने कीमती सामान को सुरक्षित ठिकानों पर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। सीरिया में पलायन करने वाले लोग भी इस बात को लेकर आशंकित हैं कि यह संघर्ष कब खत्म होगा और वे अपने घरों को लौट पाएंगे या नहीं।
नतीजे और भविष्य की चुनौतियाँ
लेबनान के हालात बेहद नाजुक हो चुके हैं, और इजरायली हमलों के चलते देश के नागरिकों का जीवन संकट में है। बड़ी संख्या में हो रहे पलायन और क्षेत्रीय अस्थिरता के बीच, लेबनान और सीरिया के लिए यह चुनौती बढ़ती जा रही है कि वे इन हालात से कैसे निपटेंगे।