यमन : हूतियों ने डब्ल्यूएफपी कर्मचारियों को किया गिरफ्तार, मानवीय संगठनों में दहशत

  • Post By Admin on Sep 01 2025
यमन : हूतियों ने डब्ल्यूएफपी कर्मचारियों को किया गिरफ्तार, मानवीय संगठनों में दहशत

अदन : युद्धग्रस्त यमन में मानवीय संकट और गहराता जा रहा है। राजधानी सना और बंदरगाह शहर होदेइदाह में हूती बलों ने संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के कई कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। सुरक्षा और मानवीय सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को हूती लड़ाकों ने सना स्थित डब्ल्यूएफपी के मुख्यालय पर धावा बोला। इस दौरान संगठन के एक कर्मचारी के साथ तीन सुरक्षा गार्डों को भी हिरासत में ले लिया गया। वहीं, होदेइदाह कार्यालय से भी कई अन्य कर्मचारियों को उठाया गया।

मानवीय सूत्रों का कहना है कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि छापेमारी के वक्त कितने कर्मचारी कार्यालय के अंदर मौजूद थे और उनमें से कितने को ले जाया गया। सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि हूती समूह यूनिसेफ (संयुक्त राष्ट्र बाल कोष) के कई कर्मचारियों को पहले से ही सना मुख्यालय के तहखाने में बंद रखे हुए हैं।

गुरुवार को सना पर हुए इजरायली हवाई हमले में हूती समर्थित प्रधानमंत्री अहमद अल-रहावी और कई मंत्रियों की मौत के बाद हालात और बिगड़ गए हैं। इसके बाद हूती खुफिया बलों ने राजधानी समेत अन्य इलाकों में बड़े पैमाने पर छापेमारी कर कई स्थानीय कार्यकर्ताओं और अंतर्राष्ट्रीय सहायता संगठनों के कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। इन पर इजरायल के साथ सहयोग करने का संदेह जताया जा रहा है।

संयुक्त राष्ट्र लगातार बंधक बनाए गए कर्मचारियों की रिहाई की मांग कर रहा है। गौरतलब है कि जून 2024 से ही हूती समूह ने दर्जनों संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय मानवीय संगठनों के कर्मियों को बंधक बना रखा है।

डब्ल्यूएफपी यमन में सक्रिय सबसे बड़ी मानवीय एजेंसियों में से एक है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि वर्षों से जारी संघर्ष ने यमन को दुनिया के सबसे भयावह मानवीय संकटों में धकेल दिया है।

यमन 2014 से गृहयुद्ध की आग में झुलस रहा है, जब हूतियों ने राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद 2015 में सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन ने सैन्य हस्तक्षेप शुरू किया, लेकिन शांति अब भी दूर की कौड़ी बनी हुई है।