तूफान से टूटा श्रीलंका का संपर्क, भारत ने भेजी इंजीनियरिंग सहायता और राहत दल

  • Post By Admin on Dec 07 2025
तूफान से टूटा श्रीलंका का संपर्क, भारत ने भेजी इंजीनियरिंग सहायता और राहत दल

कोलंबो : चक्रवात दितवाह ने श्रीलंका के कई हिस्सों में भारी विनाश मचाया है। मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण कई सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे कई इलाकों का संपर्क टूट गया है। इसी संकट के बीच भारत ने “ऑपरेशन सागर बंधु” के तहत राहत और बचाव अभियान को और तेज कर दिया है।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने शनिवार को जानकारी दी कि भारतीय वायुसेना का एक और सी-17 ग्लोबमास्टर कोलंबो पहुंचा है, जिसमें सड़क संपर्क बहाल करने के लिए बेली ब्रिज यूनिट्स, एक जेसीबी मशीन और इंजीनियरिंग कोर के 13 जवान शामिल थे। करीब 55 टन इंजीनियरिंग सामग्री के साथ पहुंचा यह श्रीलंका के लिए भेजा गया तीसरा विमान है।

इससे पहले शुक्रवार को भी एक सी-17 विमान बेली ब्रिज उपकरणों और इंजीनियरों तथा चिकित्सा विशेषज्ञों की 25 सदस्यीय टीम के साथ कोलंबो पहुंचा था।

भारत द्वारा भेजी गई मदद सिर्फ सड़क पुनर्निर्माण तक सीमित नहीं है। 3 दिसंबर को महियांगनया (कैंडी के पास) में स्थापित भारतीय फील्ड अस्पताल ने पहले 24 घंटों में लगभग 400 मरीजों का उपचार किया। अस्पताल ने 55 छोटी सर्जरी और एक बड़ा ऑपरेशन भी सफलतापूर्वक पूरा किया। भारतीय चिकित्सा दल लगातार प्रभावित लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

एनडीआरएफ टीमें भी मौके पर सक्रिय हैं। ऑपरेशन सागर बंधु के तहत कई जरूरतमंद लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। हाल ही में एक दृष्टिबाधित वरिष्ठ नागरिक और एक घायल महिला को बचाकर तत्काल चिकित्सा सहायता दी गई।

भारत ने 28 नवंबर को चक्रवात दितवाह से श्रीलंका में हुई तबाही के बाद तुरंत राहत अभियान शुरू किया था। ऑपरेशन के तहत आईएनएस विक्रांत और आईएनएस उदयगिरि राहत सामग्री और हेलीकॉप्टरों के साथ श्रीलंका पहुंचे। इन हेलीकॉप्टरों ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर खोज और बचाव कार्यों को तेज किया।

चक्रवात के बाद गंभीर स्थिति से जूझ रहे श्रीलंका के लिए भारत की त्वरित राहत और मदद पड़ोसी देशों के प्रति उसकी आपदा-मानवता नीति को एक बार फिर रेखांकित करती है।