बांग्लादेश में सेना का नियंत्रण, भारत की चेतावनी के बाद कानून व्यवस्था पर बढ़ी सैन्य भूमिका
- Post By Admin on Feb 25 2025

बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वकार उज जमां ने हाल ही में यह घोषणा की है कि देश की कानून-व्यवस्था को बनाए रखने का जिम्मा अब सेना के पास होगा। उन्होंने कहा कि सेना तब तक इस जिम्मेदारी को निभाती रहेगी जब तक बांग्लादेश को एक चुनी हुई सरकार नहीं मिल जाती। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार, जो मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में है, कई मुद्दों से घिरी हुई है, जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा कानून-व्यवस्था का है।
आर्मी चीफ ने सोमवार को सावर कैंटोनमेंट में एक फायरिंग प्रतियोगिता के कार्यक्रम में इस बात का खुलासा किया। जनरल जमां ने यह भी कहा कि सुरक्षा बलों का कर्तव्य है कि वे शांति और व्यवस्था बनाए रखें और यह काम किसी भी तरह की जल्दबाजी के बिना किया जाएगा। उन्होंने सेना के पेशेवर जिम्मेदारियों का पालन करते हुए धैर्य बनाए रखने की अपील की।
यह स्थिति ऐसे समय में सामने आई है जब भारत ने बांग्लादेश में बढ़ती राजनीतिक अस्थिरता पर अपनी चिंता जाहिर की है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को बांग्लादेश को चेतावनी दी थी कि अगर ढाका को भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने हैं, तो उसे इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे। जयशंकर ने यह भी कहा था कि भारत को बार-बार दोषी ठहराने से कोई हल नहीं निकलेगा और बांग्लादेश को अल्पसंख्यकों के प्रति अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करना चाहिए।
सेना प्रमुख ने बल प्रयोग पर भी ध्यान दिलाया और कहा कि सुरक्षाबलों को केवल अत्यंत आवश्यकता होने पर ही बल प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन जब तक देश को एक स्थिर सरकार नहीं मिलती, सेना अपनी जिम्मेदारी निभाती रहेगी।
यह भी माना जा रहा है कि सेना प्रमुख का यह बयान मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर एक तरह से दबाव डालने का प्रयास हो सकता है। बांग्लादेश में पिछले साल शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से सेना ने राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी शुरू की है। ऐसे में यह कदम बांग्लादेश के आंतरिक मामलों में सैन्य हस्तक्षेप को और बढ़ावा देने के रूप में देखा जा सकता है।
जनरल जमां ने हाल ही में दिए गए इंटरव्यू में भी शांति और स्थिरता की आवश्यकता को लेकर जोर दिया था, साथ ही उन्होंने बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास के लिए एक पूर्ण सरकार की अहमियत पर भी विचार व्यक्त किया था।