अमेरिका : बी-52 बॉम्बर से टकराने से बाल-बाल बचा पैसेंजर विमान, एटीसी की भारी चूक उजागर
- Post By Admin on Jul 23 2025

बिस्मार्क : अमेरिका के नॉर्थ डकोटा में एक भयावह हवाई हादसा टल गया, जब बी-52 रणनीतिक बॉम्बर एक व्यावसायिक यात्री विमान से हवा में टकराने से महज कुछ सेकंड की दूरी पर रह गया। इस गंभीर चूक ने अमेरिकी एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) की लापरवाही और प्रणालीगत विफलता को उजागर कर दिया है।
यह घटना शुक्रवार शाम करीब 8 बजे घटी जब स्काईवेस्ट एयरलाइंस की डेल्टा फ्लाइट 3788, जिसमें 76 यात्री और 4 क्रू सदस्य सवार थे, मिनोट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंडिंग की तैयारी कर रही थी। उसी समय, अमेरिकी वायुसेना का एक बी-52 बॉम्बर नॉर्थ डकोटा स्टेट फेयर के ऊपर फ्लाईओवर कर रहा था।
एटीसी की चुप्पी से बढ़ा खतरा
जानकारी के मुताबिक, मिनोट एयरबेस के एटीसी ने बॉम्बर चालक दल को फ्लाईओवर के बाद मिनोट एयरपोर्ट टॉवर से संपर्क करने के निर्देश दिए, लेकिन पैसेंजर विमान की मौजूदगी की कोई जानकारी नहीं दी गई। नतीजा यह हुआ कि दोनों विमान एक ही हवाई क्षेत्र में बेहद नजदीक आ गए।
डेल्टा फ्लाइट के पायलट को जब सामने बी-52 बॉम्बर दिखाई दिया, तो उन्होंने तुरंत आक्रामक मोड़ लेकर संभावित टक्कर से बचाव किया। एक यात्री द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में पायलट को कहते सुना गया, "माफ कीजिए, वह मोड़ थोड़ा तेज़ था... यह मेरे लिए भी अप्रत्याशित था... किसी ने हमें चेतावनी क्यों नहीं दी, यह समझ से परे है।"
वायुसेना और एफएए ने मानी चूक
अमेरिकी वायुसेना ने सोमवार को घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि यह हालिया वर्षों में हवाई सुरक्षा से जुड़ा एक गंभीर मामला है। साथ ही संघीय विमानन प्रशासन (FAA), वायुसेना और स्काईवेस्ट एयरलाइंस ने संयुक्त जांच शुरू कर दी है।
गंभीर प्रश्नों के घेरे में अमेरिकी हवाई सुरक्षा
विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना महज एक संयोग से बड़ा हादसा नहीं बनी। अगर दोनों विमानों की रफ्तार या दिशा थोड़ी भी अलग होती, तो यह अमेरिका की हालिया सबसे भयानक हवाई त्रासदी में बदल सकती थी।
यह घटना अमेरिकी हवाई नियंत्रण प्रणाली की भरोसेमंदता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञ अब मांग कर रहे हैं कि इस मामले की निर्दोष जांच के साथ जवाबदेही तय की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न दोहराए जाएं। यात्रियों की जान इस बार बच गई, लेकिन अगली बार इतनी किस्मत साथ दे यह जरूरी नहीं।