बिहार में चमकी चिराग की लौ, लोजपा (आर) 20 सीटों पर आगे

  • Post By Admin on Nov 14 2025
बिहार में चमकी चिराग की लौ, लोजपा (आर) 20 सीटों पर आगे

नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जारी है और शुरुआती रुझानों ने एनडीए खेमे का उत्साह बढ़ा दिया है। भाजपा प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिख रही है, जबकि जदयू दूसरे स्थान पर बनी हुई है। रुझानों में जिस सहयोगी दल ने सबसे ज्यादा ध्यान खींचा है, वह है चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)।

चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध दोपहर 2:15 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, लोजपा (आर) 20 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इस बार गठबंधन धर्म के तहत चिराग पासवान की पार्टी को 29 सीटें दी गईं थीं, और पार्टी लगभग दो-तिहाई सीटों पर बढ़त बनाकर बड़ी छलांग की ओर बढ़ रही है।

2020 की नाउम्मीदी से 2024–25 की ‘फुल फॉर्म’ तक

2020 विधानसभा चुनाव में लोजपा (आर) ने सीट बंटवारे के विवाद के चलते अकेले चुनाव लड़ा था। पार्टी ने 137 सीटों पर किस्मत आजमाई थी, लेकिन एक ही सीट जीत सकी।

इसके बावजूद चिराग पासवान जदयू के पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगाने में सफल रहे थे, जिससे जदयू की सीटें 2015 के 71 से घटकर 43 पर आ गई थीं।

लेकिन 2024 लोकसभा चुनावों में पार्टी ने 6 में 6 सीटें जीतकर 100% स्ट्राइक रेट से वापसी की। बिहार में बढ़ते जनाधार और प्रदर्शन को देखते हुए इस बार एनडीए ने उन्हें 29 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका दिया—और रुझान साबित कर रहे हैं कि फैसला सही रहा।

एनडीए में भाजपा-जदयू की मजबूत स्थिति

दोपहर 2:30 बजे तक—

  • भाजपा: 89 सीटों पर आगे

  • जदयू: 83 सीटों पर आगे

  • लोजपा (आर): 20 सीटों पर बढ़त
    एनडीए का कुल ग्राफ रुझानों में बेहद मजबूती दिखा रहा है।

दूसरी ओर—

  • राजद: 27 सीटों पर आगे

  • कांग्रेस: 5 सीटों पर आगे

  • हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से.): 5 सीटों पर आगे

  • एआईएमआईएम: 5 सीटों पर बढ़त

‘चिराग फैक्टर’ एक बार फिर चर्चा में

लोकसभा चुनाव के बाद से चिराग पासवान की लोकप्रियता और संगठनात्मक पकड़ में लगातार तेजी आई है। विधानसभा रुझानों ने इसे और मजबूत कर दिया है। राजनीतिक विश्लेषक इसे ‘पासवान वोट बैंक के समेकन’ और चिराग की आक्रामक चुनावी रणनीति का परिणाम मान रहे हैं।

बिहार में आज हुई वोटों की गिनती ने साफ कर दिया है कि लोकसभा चुनाव के बाद ‘चिराग की लौ’ और तेज हो गई है, और लोजपा (रामविलास) एनडीए में एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में उभर रही है।