मानसिक स्वास्थ्य और ध्यान साधना का अद्भुत मेल है सितार वादन, विशेषज्ञों ने बताया लाभकारी

  • Post By Admin on Jul 30 2025
मानसिक स्वास्थ्य और ध्यान साधना का अद्भुत मेल है सितार वादन, विशेषज्ञों ने बताया लाभकारी

नई दिल्ली : प्राचीन भारतीय वाद्ययंत्र सितार न सिर्फ कानों को सुकून देने वाला संगीत रचता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभदायक माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि सितार वादन एक प्रकार की ध्यान-साधना है, जो तनाव और चिंता को कम करने में प्रभावशाली भूमिका निभा सकती है।

ध्यान और एकाग्रता में करता है वृद्धि
सितार बजाते समय हर सुर पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है, जिससे मन एकाग्र होता है और व्यक्ति की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार होता है। संगीत प्रेमियों के अनुसार, यह न केवल मानसिक रूप से शांत करता है बल्कि संपूर्ण दिन की थकान को भी दूर करता है।

तनाव और चिंता से मिलती है राहत
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि सितार वादन तनाव प्रबंधन का प्रभावी उपाय बन सकता है। सितार की मधुर ध्वनि में लीन होते ही व्यक्ति चिंताओं से मुक्त होकर मानसिक ताजगी का अनुभव करता है। यह क्रिया शरीर और मन दोनों को सुकून देती है।

रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को देता है नया आयाम
नवीन रागों और तालों के अभ्यास से रचनात्मक सोच को बल मिलता है। सितार बजाने वाले कलाकारों के अनुसार, यह न केवल आत्म-अभिव्यक्ति का माध्यम है, बल्कि नई सोच और विचारों को जन्म देने वाला माध्यम भी बन जाता है।

धैर्य और अनुशासन की सीख
सितार सीखने की प्रक्रिया में नियमित अभ्यास और अनुशासन अनिवार्य होता है। संगीत शिक्षक बताते हैं कि इस वाद्ययंत्र में निपुणता पाने के लिए धैर्य और समर्पण आवश्यक है, जो धीरे-धीरे व्यक्ति के जीवन में भी उतरने लगता है।

आत्मविश्वास में आता है निखार
जैसे-जैसे कोई सितार वादन में प्रगति करता है, उसका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। मंच पर प्रस्तुति देने या किसी रचना पर पकड़ बनाने से नई चुनौतियों से निपटने का हौसला भी मिलता है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि सितार वादन केवल एक कलात्मक गतिविधि नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य सुधारने का भी प्रभावशाली माध्यम है। यह संगीत साधना व्यक्ति को संतुलित, आत्मविश्वासी और रचनात्मक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।