निःशब्दता की रात में, वायु की सन-सन गति निस्तब्ध, एकांत और सन्नत मन की नीरवता विबुधापगा में लीन, किसी अनजान दीप्ती-प्रभा की खोज में लोकायत को चुनौती देती है | रात सचमुच एक रहस्य लगती है |