दिवाली के मौके पर आम्रपाली दुबे की रिलीज हुई फिल्म, इस दिन तक महिलाओं के लिए टिकट हुई फ्री 

  • Post By Admin on Oct 22 2025
दिवाली के मौके पर आम्रपाली दुबे की रिलीज हुई फिल्म, इस दिन तक महिलाओं के लिए टिकट हुई फ्री 

नई दिल्ली : भोजपुरी सिनेमा का भी बॉलीवुड सिनेमा के तरह ही लोगों पर बहुत प्रभाव पड़ता है। लोग भोजपुरी सिनेमा को भी देखना पसंद करते है। इसी बीच एक खबर सामने आई है की भोजपुरी की जानी-मानी अभिनेत्री आम्रपाली दुबे की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'मातृ देवो भव:' सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है। फिल्म के निर्माताओं ने दर्शकों को आकर्षित करने के लिए एक खास पहल की है। उन्होंने बीते मंगलवार को घोषणा की है कि महिलाएं ये फिल्म सिनेमाघरों में मुफ्त देख सकती हैं। मेकर्स ने इंस्टाग्राम पर फिल्म का गाना पोस्ट किया, जिसके साथ उन्होंने इस विशेष ऑफर की घोषणा की। उन्होंने लिखा, फिल्म 'मातृ देवो भव:' गोरखपुर के यूनाइटेड सिनेमा में 27 अक्टूबर तक महिलाएं फिल्म मुफ्त में देख सकेंगी।

फिल्म में नजर आएंगे ये कलाकार 

'मातृ देवो भव:' में आम्रपाली दुबे के साथ डॉ. महेश कुमार, अनूप अरोरा, मनोज टाइगर, देव सिंह, बबलू खान, संजय पांडे, हीरा यादव, रंभा साहनी और स्वीटी सिंह राजपूत जैसे मंझे हुए कलाकार नजर आएंगे। इसके अलावा, बाल कलाकार आरव वर्मा, सायेशा नाटेकर और अगस्त्य भी अहम भूमिकाओं में दिखेंगे। खास बात यह है कि फिल्म में अंबेडकर नगर के स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया गया है, जो इसकी विविधता को और बढ़ाता है।

देवयानी मूवीज मूवीज के बैनर तले हुआ इस फिल्म का निर्माण 

फिल्म का निर्माण देवयानी मूवीज के बैनर तले हुआ है, जिसके निर्माता-निर्देशक मछिंद्र चाटे हैं। यह उनकी पहली ऐसी परियोजना है, जिसकी शूटिंग उत्तर प्रदेश में की गई है। फिल्म की कहानी सभा वर्मा ने लिखी है, जबकि सिनेमैटोग्राफी फिरोज खान ने की है। संगीत साजन मिश्रा ने दिया है, जो फिल्म की भावनाओं को और गहरा बनाता है। कोरियोग्राफी का निर्देशन आकाश शेट्टी ने संभाला है। प्रोडक्शन का जिम्मा सागर शेलखे ने उठाया है।

उत्तरप्रदेश में हुई फिल्म की पूरी शूटिंग 

'मातृ देवो भव:' की पूरी शूटिंग उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले के अकबरपुर, टांडा और बरियावन क्षेत्रों में हुई है। यह फिल्म एक पति-पत्नी के अटूट प्रेम, त्याग और बलिदान की भावनात्मक कहानी को दर्शाती है, जो परिवार के लिए समर्पण की भावना को उजागर करती है। यह संवेदनशील प्रस्तुति दर्शकों के दिलों को छूने का वादा करती है।