मुंबई में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र रैकेट का पर्दाफाश, मुलुंड पुलिस ने किया दर्जनों पर FIR

  • Post By Admin on Dec 10 2025
मुंबई में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र रैकेट का पर्दाफाश, मुलुंड पुलिस ने किया दर्जनों पर FIR

मुंबई : मुंबई में फर्जी दस्तावेजों के सहारे जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने के एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जिसने प्रशासनिक तंत्र में हड़कंप मचा दिया है। मुलुंड पुलिस ने इस मामले में नजमा खातून, अशरफ अखबर खान, मोहम्मद अउसफ मोहम्मद अल्ताफ सिद्दीकी, गौसिया परवीन शेख सहित कई व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। शुरुआती जांच से संकेत मिले हैं कि यह सिर्फ एक स्थानीय स्तर का घोटाला नहीं, बल्कि एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए जाली पहचान पत्र, फर्जी पते और गलत दस्तावेजों का उपयोग किया। चूंकि जन्म प्रमाणपत्र नागरिकता और पहचान से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेजों में से एक है, इसलिए इस घोटाले का खुलासा होने के बाद प्रशासनिक एजेंसियां अतिरिक्त सतर्क हो गई हैं।

मुलुंड पुलिस ने इस केस को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 336(3), 340(2), 318(4), 3(5) और जन्म पंजीकरण अधिनियम की धारा 23 के तहत दर्ज किया है। इनमें सरकारी रिकॉर्ड में झूठी जानकारी देना, धोखाधड़ी करना और फर्जी दस्तावेज तैयार करने जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।

मामले का भंडाफोड़ तब हुआ जब महाराष्ट्र भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने 367 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि एक संगठित गिरोह लोगों को अलग-अलग इलाकों से फर्जी दस्तावेज बनवाकर जन्म प्रमाणपत्र दिला रहा है, जिसे आगे चलकर नागरिकता साबित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने की आशंका है।

शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी अलग-अलग नामों और पतों का उपयोग कर फर्जी आवेदन जमा कर रहे थे। पुलिस ने नगरपालिकाओं और संबंधित विभागों से रिकॉर्ड तलब किए हैं और दस्तावेजों की गहन जांच जारी है। अधिकारियों के अनुसार, यह जांच आगे बढ़ने पर और भी नाम और लिंक उजागर हो सकते हैं।

घोटाले के सामने आने के बाद मुंबई सहित अन्य जिलों में जन्म प्रमाणपत्र जारी करने की प्रक्रियाओं की समीक्षा शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि इस मामले को पूरी सख्ती के साथ आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी रिकॉर्ड से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।