भूटान में बाढ़ पीड़ितों की मदद करने पहुंची भारतीय सेना, चुनौतियों के बीच बचाई कई जिंदगियां

  • Post By Admin on Oct 05 2025
भूटान में बाढ़ पीड़ितों की मदद करने पहुंची भारतीय सेना, चुनौतियों के बीच बचाई कई जिंदगियां

नई दिल्ली : भारत-भूटान की दोस्ती का एक और उदाहरण सामने आया जब रविवार तड़के भूटान के दक्षिणी इलाके में आई विनाशकारी बाढ़ के बीच भारतीय सेना ने मानवीय मिशन चलाकर कई लोगों की जान बचाई।

भूटान के चुखा जिले में अमोचू नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे आसपास के अस्थायी मजदूर शिविर और क्वारंटाइन आवास बह गए। तेज़ बहाव और लगातार बारिश के कारण दर्जनों मजदूर और स्थानीय निवासी फंस गए। इस संकट की घड़ी में भूटानी प्रशासन ने तुरंत भारत से मदद मांगी।

जानकारी के अनुसार, शुरुआती चरण में रॉयल भूटान आर्मी (RBA) और ड्रुक एयर ने बचाव अभियान शुरू किया, लेकिन खराब मौसम के कारण ड्रुक एयर का हेलीकॉप्टर पारो से उड़ान नहीं भर सका। हालात बिगड़ते देख भूटान सरकार ने भारतीय सेना से सहायता की गुहार लगाई।

भारतीय सेना ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए हेलीकॉप्टर यूनिट को सक्रिय किया और बेहद प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों में दो हेलीकॉप्टर घटनास्थल की ओर रवाना किए। दोपहर करीब 12 बजकर 55 मिनट पर बचाव दल अमोचू नदी क्षेत्र में पहुंचा। सेना के जवानों ने तेजी और सटीकता के साथ राहत अभियान चलाया। फंसे हुए मजदूरों और स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर निकाला गया और उन्हें सीएसटी ग्राउंड लाया गया, जहां चिकित्सा टीम पहले से मौजूद थी। सभी घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया।

भूटान के गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शुरुआती रिपोर्टों में दो व्यक्तियों के लापता होने की सूचना थी, जिनमें से एक के बह जाने और दूसरे के लापता होने की आशंका थी। हालांकि, राहत की बात यह रही कि भारतीय सेना और भूटान के संयुक्त प्रयासों से बाद में दोनों व्यक्ति जीवित और सुरक्षित पाए गए।

भूटान की शाही सरकार ने भारतीय सेना की त्वरित और जीवनरक्षक कार्रवाई के लिए गहरा आभार व्यक्त किया। भूटान सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “भारतीय सेना ने विपरीत मौसम स्थितियों में असाधारण साहस और पेशेवर दक्षता का परिचय दिया। उनकी सहायता ने कई निर्दोष जिंदगियां बचाईं।”

इस घटना ने एक बार फिर भारत और भूटान के बीच गहरी मित्रता, पारस्परिक विश्वास और सहयोग की भावना को उजागर किया है। भारत और भूटान दशकों से रक्षा, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में एक-दूसरे के सहयोगी रहे हैं।

भारतीय सेना ने भी कहा कि “यह हमारा मानवीय कर्तव्य था कि हम अपने पड़ोसी और मित्र देश भूटान की मदद करें। जब भी ज़रूरत पड़ेगी, भारत इसी तत्परता से सहायता के लिए खड़ा रहेगा।”

अमोचू नदी क्षेत्र में अभी भी मौसम प्रतिकूल बना हुआ है। भूटानी प्रशासन ने स्थानीय लोगों को नदी किनारे जाने से मना किया है और संभावित आफ्टरशॉक बाढ़ के मद्देनज़र चौकसी बढ़ा दी गई है।