2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण, दिखेगा रिंग ऑफ फायर का अद्भुत दृश्य 

  • Post By Admin on Sep 25 2024
2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण, दिखेगा रिंग ऑफ फायर का अद्भुत दृश्य 

नई दिल्ली : 2 अक्टूबर 2024 को लगने वाला वलयाकार सूर्य ग्रहण लोगों के बीच उत्सुकता का कारण बना हुआ है। इस ग्रहण के दौरान आकाश में 'रिंग ऑफ फायर' यानी आग के छल्ले का अद्भुत दृश्य दिखाई देगा। हालांकि, इस खास खगोलीय घटना को भारत में नहीं देखा जा सकेगा, क्योंकि ग्रहण का समय भारत में रात रहेगी। भारतीय समयानुसार, यह सूर्य ग्रहण रात 9 बजकर 13 मिनट पर  शुरू होकर अगले दिन सुबह 3 बजकर 17 मिनट पर समाप्त होगा। इसलिए, देशभर में इस खगोलीय घटना का दृश्य उपलब्ध नहीं होगा और न ही सूतक काल के नियम लागू होंगे।

इस वर्ष का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसे आमतौर पर 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है।

पृथ्वी की तरह चंद्रमा भी सूर्य के चारों ओर परिक्रमा लगाता है। लेकिन चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है। कई बार चंद्रमा परिक्रमा करते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है। जिससे कुछ समय के लिए चंद्रमा सूर्य के प्रकाश को धरती पर आने से रोक देता है, इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। इस दौरान पृथ्वी पर चंद्रमा की परछाई पड़ती है।

वलयाकार सूर्य ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, इसमें चंद्रमा धरती से दूर होता है और सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है। इस कारण से सूर्य का बाहरी हिस्सा चमकता रहता है और आकाश में एक चमकता हुआ आग का छल्ला दिखता है। इसे ही 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है।

यह ग्रहण दक्षिण और उत्तर अमेरिका, अर्जेंटीना, आर्कटिक, प्रशांत महासागर, पेरू और फिजी जैसे क्षेत्रों में देखा जा सकेगा। अमेरिका के स्थानीय समय के अनुसार, यह ग्रहण दोपहर 11 बजकर 42 मिनट पर शुरू होकर 2 बजकर  45 मिनट पर अपने चरम पर होगा।

ग्रहण के समय की गणना के अनुसार, यह पितृ पक्ष की सर्वपितृ अमावस्या के दिन लगेगा, जो धार्मिक दृष्टिकोण से भी खास माना जाता है। चूंकि भारत में यह दृश्य दिखाई नहीं देगा, इसलिए ग्रहण से जुड़े धार्मिक नियम जैसे सूतक काल के पालन की आवश्यकता नहीं होगी। 

यह नजारा खासकर उन लोगों के लिए बेहद खास है, जो खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखते हैं, यह सूर्य ग्रहण एक महत्वपूर्ण घटना है, लेकिन दुर्भाग्यवश भारत में यह सूर्य ग्रहण रात के दौरान होगा, इसलिए यहां रिंग ऑफ फायर का अद्भुत दृश्य देखने का मौका नहीं मिलेगा। हालांकि, खगोलशास्त्र के शौकीनों के लिए यह घटना विदेशों में लाइव प्रसारण या ऑनलाइन माध्यमों से देखने का अवसर प्रदान करेगी।