प्रथम लोकसभा अध्यक्ष स्वर्गीय गणेश वासुदेव मावलंकर की जयंती पर स्मरण
- Post By Admin on Nov 27 2024
नई दिल्ली : भारत के प्रथम लोकसभा अध्यक्ष स्वर्गीय गणेश वासुदेव मावलंकर जिन्हें प्यार से दादा साहब मावलंकर कहा जाता है की जयंती पर आज पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। मावलंकर का जन्म 27 नवंबर 1888 को गुजरात के बड़ौदा में हुआ था। उन्हें लोकसभा के जनक की उपाधि से सम्मानित करते हुए भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने उनकी भूमिका की सराहना की थी।
स्व. मावलंकर ने नवोदित राष्ट्र की पहली लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में न केवल दक्षतापूर्वक कार्यवाही संचालित की बल्कि संसदीय नियम, प्रक्रियाएं, परंपराएं और रूढ़ियां स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी नेतृत्व क्षमता, धैर्य और उल्लेखनीय इतिहास बोध ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत आधार प्रदान किया।
मावलंकर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बंबई राज्य में प्राप्त की और 1902 में उच्च शिक्षा के लिए अहमदाबाद चले गए। 1908 में उन्होंने गुजरात कॉलेज, अहमदाबाद से स्नातक की डिग्री पूरी की। एक राजनेता, शिक्षाविद् और महान नेता के रूप में उनका योगदान सदैव याद किया जाएगा।
आज उनकी जयंती पर उन्हें याद करते हुए देश उनके आदर्शों और लोकतंत्र के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से प्रेरणा लेता है। उनका जीवन और कार्य भारतीय लोकतंत्र के लिए एक अमूल्य धरोहर है।